IAF के पायलट लोकेन्द्र सिंह की शहादत: एक युवा पिता की कहानी
IAF जगुआर विमान दुर्घटना में शहीद पायलट
IAF Jaguar Crash Pilot: भारतीय वायु सेना (IAF) के युवा पायलट स्क्वाड्रन लीडर लोकेन्द्र सिंह बुधवार को राजस्थान में IAF के जगुआर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण शहीद हो गए। यह घटना उनके परिवार के लिए गहरा शोक लेकर आई है, क्योंकि लोकेन्द्र एक महीने पहले ही पिता बने थे।
परिवार की पृष्ठभूमि
लोकेन्द्र सिंह, जो हरियाणा के रोहतक जिले के देव कॉलोनी क्षेत्र के निवासी थे, ने कोविड-19 के दौरान शादी की थी। उनकी पत्नी ने 10 जून को हिसार में एक बेटे को जन्म दिया था। जब उनके निधन की सूचना उनके घर पहुंची, तब उनकी पत्नी अपने पैतृक घर में थीं।
परिवार का परिचय
बड़े भाई का पेशा
33 वर्षीय लोकेन्द्र सिंह 2016 में IAF में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन हुए थे। वह अपने परिवार में सबसे छोटे थे। उनके बड़े भाई एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं, जबकि उनकी बहन ने हाल ही में IAF में शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारी के रूप में अपनी सेवा पूरी की थी।
लोकेन्द्र का बचपन
शिक्षा और परिवार की कहानी
परिवार के एक सदस्य, जोगिन्दर सिंह सिंधु ने मीडिया को बताया कि लोकेन्द्र बचपन से ही होशियार छात्र थे और उन्होंने अपनी शिक्षा और प्रशिक्षण NDA से प्राप्त किया था। उनके पिता MDU रोहतक से सुपरिंटेंडेंट के पद से रिटायर हुए थे, जबकि उनकी मां शिक्षिका थीं। परिवार का मूल गांव खेरी-साध है, लेकिन वे काफी समय से रोहतक शहर में रह रहे थे। लोकेन्द्र सिंह की शहादत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि देश को भी गहरा दुख पहुंचाया है।