IndiGo की उड़ान में पक्षी टकराने से इमरजेंसी लैंडिंग, सभी यात्री सुरक्षित
IndiGo की उड़ान में आपात लैंडिंग
सोमवार को रांची जाने वाली IndiGo की एक उड़ान को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। यह घटना तब हुई जब विमान ने उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही एक बड़े पक्षी, गिद्ध, से टकरा गया। रिपोर्टों के अनुसार, विमान लगभग 4,000 फीट की ऊंचाई पर था जब यह टकराव हुआ। इस घटना के बावजूद, पायलट की कुशलता और त्वरित निर्णय के कारण विमान को सुरक्षित रूप से वापस उतार लिया गया। विमान में सवार सभी 175 यात्री सुरक्षित हैं।
पक्षी टकराने से विमान को नुकसान
बड़े पक्षियों से टकराना किसी भी विमान के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। यह घटना IndiGo के लिए चिंता का विषय रही, क्योंकि विमान के बाहरी हिस्से को नुकसान पहुंचा। एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार, 3,000 से 5,000 फीट की ऊंचाई पर पक्षियों की उपस्थिति सामान्यतः कम होती है, लेकिन गर्मियों में बड़े पक्षियों की गतिविधि बढ़ जाती है, जिससे इस तरह की घटनाएं अधिक संभावित हो जाती हैं।
मौसम के कारण बाधित सेवाएं
इस घटना से एक दिन पहले, रविवार को रायपुर से दिल्ली आ रही IndiGo फ्लाइट 6E 6313 को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। दिल्ली में धूल भरी आंधी और खराब मौसम के कारण फ्लाइट को हवा में चक्कर काटना पड़ा। पायलट ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लैंडिंग को टाल दिया और स्थिति सामान्य होने का इंतजार किया। अंततः विमान सुरक्षित रूप से IGI एयरपोर्ट पर उतरा।
पहले भी आई हैं चुनौतियां
हाल की यह घटना IndiGo की एक पूर्व उड़ान की समस्याओं की याद दिलाती है, जब श्रीनगर जाने वाली उड़ान को पंजाब के पठानकोट क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा था। उस समय विमान के अगले हिस्से को नुकसान पहुंचा था। हालात इतने बिगड़ गए थे कि पायलट ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति मांगी थी, लेकिन अनुमति न मिलने पर फ्लाइट ने अपना मार्ग जारी रखा और अंततः श्रीनगर में सुरक्षित लैंडिंग की।
तकनीकी और मौसम संबंधी चुनौतियों का सामना
लगातार खराब मौसम, ओलावृष्टि और पक्षियों से टकराने जैसी घटनाएं IndiGo और अन्य एयरलाइंस के लिए परिचालन संबंधी गंभीर चुनौतियां पेश कर रही हैं। ऐसे में एयरलाइंस और एविएशन प्राधिकरणों को न केवल मौसम पूर्वानुमानों को बेहतर बनाना होगा, बल्कि हवाई मार्गों की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीकों को भी अपनाना आवश्यक हो गया है।