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Israel-Iran संघर्ष: कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल, क्या है इसके पीछे का कारण?

Israel's recent military actions against Iran have led to a significant spike in global oil prices, with Brent crude rising by over 12%. As tensions escalate in the Middle East, experts warn of potential disruptions in oil supply, particularly through the Strait of Hormuz, which controls a substantial portion of global oil transport. This situation has prompted emergency declarations in Israel and concerns about retaliatory actions from Iran. The Indian market is also feeling the impact, with predictions of crude oil prices reaching ₹6,200 per barrel. Read on to understand the broader implications of this conflict on the global economy.
 

मिडिल ईस्ट में तनाव का असर

Israel Iran Conflict: मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के कारण शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि देखी गई। इजरायल द्वारा ईरान पर हमले की खबरों ने वैश्विक तेल बाजार में चिंता का माहौल बना दिया है, जिससे आपूर्ति में रुकावट आने की आशंका बढ़ गई है।


कच्चे तेल की कीमतों में उछाल

ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में 12.82% की वृद्धि हुई, जो 78.25 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई। वहीं, अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स में 13.48% की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 77.21 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। यह कच्चे तेल की कीमतों में दो महीनों में सबसे बड़ी वृद्धि मानी जा रही है।


इजरायल का हमला

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल ने ईरान पर हमले की पुष्टि की है और वहां के कई ठिकानों को निशाना बनाया है। एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ एक पूर्व-खतरनाक कदम थी।


इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इस हमले का उद्देश्य ईरान के परमाणु ढांचे, बैलिस्टिक मिसाइल फैक्ट्रियों और अन्य सैन्य क्षमताओं को नुकसान पहुंचाना था।


तेहरान में धमाकों की आवाज

ईरानी मीडिया ने बताया कि राजधानी तेहरान में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई। ईरान पहले ही चेतावनी दे चुका था कि अगर उस पर हमला हुआ तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा। अब इस बात की संभावना बढ़ गई है कि ईरान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा है।


रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका द्वारा ईरान को परमाणु हथियार सामग्री के उत्पादन को रोकने के लिए राजी करने की कोशिशों के बीच यह हमला हुआ है।


इजरायल में आपातकाल

इजरायल के रक्षा मंत्री ने देशभर में आपातकाल की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही, अमेरिका ने भी अपने सैन्य ठिकानों पर संभावित हमलों के मद्देनज़र अपने कर्मियों को आंशिक रूप से हटाने की तैयारी शुरू कर दी है।


स्ट्रेट ऑफ होर्मुज पर संकट

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह संघर्ष और बढ़ता है, तो इसका प्रभाव स्ट्रेट ऑफ होर्मुज पर पड़ेगा, जो वैश्विक तेल आपूर्ति का लगभग 20% हिस्सा नियंत्रित करता है। इससे तेल की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।


भारतीय बाजार पर प्रभाव

भारतीय मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर कच्चा तेल ₹6,200 प्रति बैरल तक पहुंचने की संभावना है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि दिन के कारोबार में बायर सर्किट लग सकता है।


इस सप्ताह तेल की कीमतों में यह वृद्धि फरवरी 2022 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त मानी जा रही है, जो दर्शाती है कि बाजार में मिडिल ईस्ट में किसी बड़े संघर्ष की आशंका बढ़ गई है।