Operation Sindhu: भारत ने 311 नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की
Operation Sindhu: भारत की नागरिकों की सुरक्षित वापसी
Operation Sindhu: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और ईरान पर अमेरिकी हमलों के बीच, भारत ने 311 नागरिकों को सुरक्षित रूप से स्वदेश लाने में सफलता हासिल की है। रविवार को महन एयर की एक विशेष उड़ान (W50071A) दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी, जिसमें अधिकांश छात्र शामिल थे जो ईरान में फंसे हुए थे। इनमें से 200 से अधिक छात्र कश्मीर से थे, जिनकी वापसी ने जम्मू-कश्मीर के सैकड़ों परिवारों को राहत दी है।
भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई
ईरान में युद्ध जैसे हालात और अमेरिका द्वारा परमाणु ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बीच, इन छात्रों और नागरिकों की सुरक्षित वापसी भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई और कूटनीतिक प्रयासों का प्रमाण है। जिन परिवारों की चिंता बढ़ गई थी, उनके चेहरों पर अब सुकून लौट आया है।
311 भारतीय नागरिकों की वापसी
311 भारतीय नागरिक लौटे घर
महन एयर की फ्लाइट (W50071A) रविवार को दोपहर 4:30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड हुई। इस विमान में ईरान में फंसे कुल 311 भारतीय नागरिक सवार थे, जिनमें अधिकांश छात्र थे। ये सभी छात्र ईरान में पढ़ाई कर रहे थे और अचानक बढ़ते युद्ध संकट के कारण वहां फंस गए थे। भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंधु के तहत इनकी वापसी संभव हो सकी।
जम्मू-कश्मीर से लौटे छात्र
जम्मू-कश्मीर से थे 200 से अधिक छात्र
इस राहत मिशन में जो छात्र वापस लौटे हैं, उनमें से 200 से अधिक कश्मीर से हैं। ईरान में उपजे संकट के बीच इन छात्रों के परिजन बेहद चिंतित थे। कई परिवारों ने बीते कई दिनों से चैन की नींद नहीं ली थी और हर पल अपने बच्चों की सलामती की दुआ कर रहे थे।
विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय का बयान
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए बताया, "ऑपरेशन सिंधु जारी है। 22 जून को 16:30 बजे मशहद से विशेष फ्लाइट द्वारा 311 भारतीय नागरिक नई दिल्ली पहुंचे। अब तक कुल 1428 भारतीय नागरिकों को ईरान से निकाला जा चुका है।" उन्होंने साथ ही उड़ान से लौटे नागरिकों की तस्वीरें भी साझा कीं, जिससे उनके सकुशल लौटने की पुष्टि हुई।
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन का आभार
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने जताया आभार
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और ईरान स्थित भारतीय दूतावास का विशेष धन्यवाद करते हुए कहा, "ये छात्र जो युद्ध क्षेत्र बने ईरान में कई दिनों तक तनाव में रहे, अब अपने वतन लौट आए हैं और अपने परिजनों की गर्मजोशी भरी बांहों में सुरक्षित हैं।" एसोसिएशन ने भारतीय और ईरानी अधिकारियों के बीच त्वरित और समन्वित प्रयासों की भी सराहना की, जिसने इस "बेहद संवेदनशील स्थिति" में भी सफलतापूर्वक रेस्क्यू मिशन को पूरा किया।