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P Chidambaram का विवादास्पद बयान: ऑपरेशन ब्लू स्टार को बताया ऐतिहासिक गलती

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को एक ऐतिहासिक गलती करार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह निर्णय इंदिरा गांधी के लिए भी गंभीर परिणाम लेकर आया। उन्होंने इस ऑपरेशन में सेना और अन्य संस्थाओं की भूमिका को भी उजागर किया। चिदंबरम ने पंजाब की मौजूदा आर्थिक समस्याओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि खालिस्तान और अलगाववाद का नारा अब लगभग समाप्त हो चुका है। जानें इस बयान के पीछे की सच्चाई और पंजाब की वर्तमान स्थिति के बारे में।
 

P Chidambaram का बयान


P Chidambaram का बयान: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने इसे इतिहास की सबसे बड़ी गलतियों में से एक करार दिया है। उनका कहना है कि यह निर्णय न केवल देश के लिए, बल्कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लिए भी गंभीर परिणाम लेकर आया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी को इस ऑपरेशन की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। यह बयान उन्होंने हिमाचल प्रदेश के कसौली में खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव के दौरान दिया, जहां वे पत्रकार हरिंदर बावेजा की पुस्तक 'दे विल शूट यू, मैडम' पर चर्चा कर रहे थे.


सैन्य और अन्य संस्थाओं की भूमिका

चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को एक गलत निर्णय बताते हुए कहा कि उस समय सेना, पुलिस, खुफिया एजेंसियां और सिविल सेवा सभी इस फैसले में शामिल थीं, इसलिए इसे केवल इंदिरा गांधी के एकतरफा निर्णय के रूप में देखना गलत होगा। उन्होंने पंजाब की असली समस्या को आर्थिक स्थिति बताया और कहा कि खालिस्तान और अलगाववादी राजनीति अब काफी हद तक शांत हो चुकी है.


पंजाब की आर्थिक स्थिति

किताब पर चर्चा करते हुए चिदंबरम ने पंजाब की वर्तमान समस्याओं पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि आज पंजाब की असली समस्या उसकी आर्थिक स्थिति है। उनकी यात्राओं से यह स्पष्ट हुआ कि खालिस्तान और अलगाववाद का नारा अब लगभग समाप्त हो चुका है। पंजाब में अधिकांश अवैध प्रवासी हैं.


ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद का दर्दनाक अध्याय

1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद पंजाब में चरमपंथ में वृद्धि हुई। इसी के परिणामस्वरूप 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी। वह अपने आवास 1 सफदरजंग रोड से 1 अकबर रोड स्थित कार्यालय जाने के लिए निकली थीं, जहां उनके दो सुरक्षा गार्ड, एसआई बेअंत सिंह और कॉन्स्टेबल सतवंत सिंह ने उन पर गोलियां चलाईं। बेअंत सिंह ने 5 गोलियां चलाईं, जबकि सतवंत ने स्टेनगन से 25 गोलियां चलाईं.