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जम्मू कश्मीर में पहली बार मनाया गया संविधान दिवस, ‘एक निशान एक विधान और एक प्रधान’ पर लगी मुहर: चुघ

 


नई दिल्ली, 26 नवंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री एवं जम्मू-कश्मीर के प्रभारी तरुण चुघ ने संविधान दिवस के अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। चुघ ने कहा कि आज़ादी के सात दशक बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए को हटाए जाने के बाद वहांं 5 अगस्त 2019 को भारत का संविधान पूर्णतः लागू हुआ। गरीब, पिछड़े एवं महिलाओं को उनके अधिकार मिले, यह गौरव की बात है। पहली बार जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने डॉ भीम राव आंबेडकर के संविधान की शपथ ली है और आज पूरे हर्षोल्लास से समूचे जम्मू कश्मीर में संविधान दिवस मनाया गया। आज कश्मीर ने श्यामा प्रसाद मुख़र्जी के 'एक निशान एक विधान और एक प्रधान’ को मोहर लगा दी।

तरुण चुघ ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि आज पूरा देश संविधान दिवस को गर्व और उत्साह के साथ मना रहा है। यह वही महान संविधान है, जिसे भारत रत्न डॉ. बीआर अंबेडकर के कुशल नेतृत्व में तैयार किया गया था। 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान अंगीकृत हुआ था। इस दिवस की एतिहासिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। भारत जैसे विशाल और विविधता वाले देश में हमारा संविधान लोकतंत्र की नींव है, जो प्रत्येक नागरिक को सशक्त बनाता है। डॉ. अंबेडकर ने एक ऐसा संविधान तैयार किया, जिसने न केवल देश को एकता और अखंडता का पाठ पढ़ाया बल्कि हर नागरिक को समानता, स्वतंत्रता और न्याय का अधिकार भी सुनिश्चित किया। उनका जीवन और विचारधारा हमें समाज में समानता और समरसता स्थापित करने की प्रेरणा देते हैं। यह न्याय, गरिमा और अधिकारों को सुनिश्चित करता है, साथ ही राष्ट्रीय एकता और अखंडता के मंत्र को मजबूती प्रदान करता है।

चुघ ने कहा, “भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए संविधान प्रेरणा का स्रोत और सार्वजनिक जीवन में मार्गदर्शक है। यह हमें राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित होकर काम करने के लिए प्रेरित करता है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक मजबूत, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करेंगे, जो डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सपनों को साकार करेगा।”

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी