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SIPRI रिपोर्ट: भारत और पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की स्थिति

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की हालिया रिपोर्ट में भारत, पाकिस्तान और चीन के परमाणु हथियारों की स्थिति का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के पास 180 परमाणु हथियार हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 170 हैं। इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी जानकारी दी गई है कि कौन से देश हथियारों के सबसे बड़े आयातक और निर्यातक हैं। जानें इस रिपोर्ट में और क्या महत्वपूर्ण तथ्य शामिल हैं।
 

परमाणु हथियारों की स्थिति

Nuclear Bombs SIPRI Report: हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भारत को परमाणु हमले की चेतावनी दी। इस बीच, इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष में इजरायल ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने का प्रयास कर रहा है। इजरायल का कहना है कि यदि ईरान ने परमाणु हथियार बना लिए, तो यह पूरी दुनिया के लिए खतरा बन जाएगा।


इस संदर्भ में, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार हैं और भारत की स्थिति क्या है। साथ ही, यह भी बताया गया है कि दुनिया के शीर्ष 10 देश कौन से हैं, जो हथियारों का आयात और निर्यात करते हैं। आइए, SIPRI रिपोर्ट में किए गए खुलासों पर नजर डालते हैं।


किस देश के पास कितने परमाणु हथियार हैं?

SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में सबसे अधिक 5880 परमाणु हथियार रूस के पास हैं। अमेरिका दूसरे स्थान पर है, जिसके पास 5244 परमाणु हथियार हैं। भारत के पास 180 परमाणु हथियार हैं, जो पाकिस्तान के 170 परमाणु हथियारों से अधिक हैं। चीन के पास भारत से तीन गुना अधिक, यानी 600 परमाणु हथियार हैं।


भारत ने नई 'कैनिस्टराइज्ड' मिसाइलें विकसित की हैं, जो परमाणु हथियारों के उपयोग में सक्षम हैं और इन्हें मेटेड वॉरहेड के साथ ले जाया जा सकता है। रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने अपनी सीमाओं पर अधिक आधुनिक और शक्तिशाली मिसाइलें तैनात की हैं।


किस देश ने सबसे ज्यादा हथियार बेचे और खरीदे?

रिपोर्ट के अनुसार, 2020-24 के बीच 162 देशों ने बड़े पैमाने पर हथियार खरीदे। इनमें यूक्रेन, भारत, कतर, सऊदी अरब और पाकिस्तान शामिल हैं, जिन्होंने सबसे अधिक हथियार खरीदे। इन पांच देशों की कुल हथियार खरीद में 35 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। वहीं, चीन के हथियार आयात में पिछले चार वर्षों में कमी आई है। अमेरिका ने इस अवधि में सबसे अधिक, यानी 43 प्रतिशत हथियार निर्यात किए। फ्रांस और रूस क्रमशः दूसरे और तीसरे सबसे बड़े हथियार निर्यातक बने रहे।