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क्रिसमस से नव वर्ष तक ताज पर उमड़ेगा सैलानियों का हुजूम, की जाएंगी अतिरिक्त व्यवस्थाएं।

 




सैलानियों के लिए ताजमहल पर्यटन का मुख्य केंद्र बिंदु

आगरा, 17 दिसंबर (हि.स.)। आगरा का ताजमहल देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए भारत में पर्यटन का मुख्य केंद्र बिंदु है। वैसे तो वर्ष भर पर्यटक ताजमहल को देखने बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं लेकिन क्रिसमस से लेकर नए साल तक इनकी संख्या में कई गुना वृद्धि हो जाती है। ताज का दीदार करने के लिए क्रिसमस से नए साल तक भारी संख्या में पर्यटकों का ताजमहल की तरफ रुख रहता है। पर्यटक चाहे वे देशी हो या विदेशी, अपने टूरिज्म डेस्टिनेशन के लिए क्रिसमस से लेकर नए वर्ष तक के समय का इंतजार करते हैं।हालांकि पर्यटक इस दौरान आगरा में आगरा किला,फतेहपुर सीकरी, एत्माददौला, सिकंदरा आदि कई मुगलकालीन स्मारकों को देखने पहुंचते हैं लेकिन इन पर पहुंचने वालों की संख्या ताजमहल की तुलना में बहुत कम रहती है।इस दौरान सैलानियों की संख्या में बड़ा इजाफा होने के साथ-साथ एनआरआई (प्रवासी भारतीयों) का भी भारत आगमन बढ़ जाता है और वह भी सपरिवार ताजमहल पहुंचते हैं।

ऑफलाइन और ऑनलाइन टिकट व्यवस्था

ताजमहल देखने के लिए पर्यटक ताजमहल की पूर्वी और पश्चिमी गेट से प्रवेश करते हैं पश्चिमी गेट से एंट्री करने वालों की संख्या ज्यादा होती है क्रिसमस डे से शुरू होने वाले टूरिज्म वीक में ताजमहल पर सैलानियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए ऑफलाइन टिकट विंडो की संख्या में इजाफा किया जाता है साथ-साथ पर्यटकों को ऑनलाइन टिकट खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, भीड़ नियंत्रण हेतु भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती भी की जाती है।

एंट्री फीस और मुख्य गुम्मद पर पहुंचने की फीस अलग-अलग

देशी भारतीय पर्यटकों के लिए ताजमहल पर एंट्री फीस की कीमत ₹50 है जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए किए ₹1100 है। यह केवल ताजमहल परिसर के अंदर पहुंचने तक सीमित है। मुख्य गुंबद पर शाहजहां मुमताज की कब्र देखने के लिए ₹200 की अतिरिक्त टिकट देशी-विदेशी पर्यटकों दोनों को ही लेनी पड़ती है। इस तरह यदि कोई देशी पर्यटक मुख्य गुम्माद जाता है तो उसको ढाई सौ रुपए और कोई विदेशी पर्यटक जाता है तो उसको ₹1300 की टिकट पर खर्च करने पड़ेंगे। ताजमहल पर 15 वर्ष तक आयु के बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क है।

क्रिसमस से नए साल तक रोज पहुंचते हैं करीब 50हजार पर्यटक

इस दौरान ताजमहल पर पहुंचने वाली सैलानियों की अगर बात करें तो उनकी संख्या प्रतिदिन 50000 तक पहुंचती है,हालांकि टिकट लेने वाले सेलनियों की संख्या करीब 35000 होती है जिससे पर्यटकों के बढ़ते दबाव के कारण बुकिंग विंडो की संख्या बढ़ा दी जाती है। टिकट विंडो के अलावा आज से ज्यादा पर्यटक ऑनलाइन प्रक्रिया से ताजमहल का टिकट प्राप्त करके प्रवेश करते हैं।यदि वर्ष 2024 के आंकड़ों की बात करें तो

क्रिसमस के दिन ही करीब 33700 सैलानियों ने ताज का टिकट खरीदा। इसमें 15 वर्ष तक के बच्चों का निशुल्क प्रवेश भी जोडा जाए तो यह संख्या 50 हजार से ज्यादा थी। यह संख्या 1 जनवरी तक लगातार थोड़ी बहुत कम ज्यादा एक सी बनी रही।सैलानी ज्यादातर पश्चिमी गेट से प्रवेश करते है पूर्वी गेट से संख्या कम रहती है।

पर्यटन एवं होटल उद्यमियों को इस बार भी बड़ी उम्मीद---

पर्यटन एवं होटल व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों को इस बार भी क्रिसमस से नए साल के मध्य ताजमहल पर सैलानियों का सैलाब उमड़ने की आस है। आगरा होटल एंड रेस्टोरेंट आनर्स एसोसिएशन से जुड़े सुरेश बाधवा बताते हैं कि क्रिसमस से आगरा में देसी विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की शुरूआत हो जायगी। पर्यटक अब ताजमहल के आसपास बने बजट होटल को ही प्राथमिकता देते हैं,बड़े और लग्जीरियस होटल वही लोग पसंद करते हैं जो ग्रुप में हो या जिनके टूर पैकेज में शामिल हो। 15 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश निशुल्क होने के कारण इस दौरान स्कूली बच्चों की संख्या काफी रही बढ़ जाती है बच्चों की वजह से रेस्टोरेंट व्यवसाय में भी काफी उछाल आ जाता है

टिकट काउंटर और सुरक्षा लाइनों की संख्या बढेगीं--

ताजमहल पर तैनात वरिष्ठ पुरातत्व सर्वेक्षण सहायक प्रिंस वाजपेई ने बताया कि इस दौरान पर्यटकों के दवाब को देखते हुए कुछ नई व्यवस्थाएं लागू की जाएगी, इन दिनों लगभग एक सप्ताह नये टिकट काउंटर बढ़ाये जाएंगे, पर्यटकों को बार कोड और वेबसाइट के माध्यम से टिकट खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिससे टिकट विंडो पर दबाव कम रहे।क्यू मैनेजमेंट सिस्टम पर पुरातत्व विभाग फोकस करेगा जिसमें स्थानीय पुलिस और सीआईएफ की मदद ली जाएगी। इस दौरान ताजमहल पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण अन्य स्मारकों से भी कर्मचारियों की ड्यूटी ताज पर लगाने का विकल्प रखेगा। ताजमहल का टिकट खरीदने में मारामारी न हो, इसलिए काउंटरों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। पिछले वर्ष इन काउंटरों की संख्या बढ़ाकर पूर्वी गेट पर तीन और पश्चिमी गेट पर 5 की गयी थी जबकि सुरक्षा जांच कतारों की संख्या दोनों गेटों पर 8-8 कर की गई थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vivek Upadhyay