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डाकघरों में गंगोत्री के जल के साथ बलिया का सत्तू भी मिलेगा

 




बलिया, 14 अगस्त (हि.स.)। बलिया की पहचान देश में सबसे पहले आजाद होने के अलावा यहां के विशिष्ट स्वाद वाले सत्तू के कारण भी है। अब बहुत जल्द गंगोत्री के शुद्ध जल और बाबा विश्वनाथ के महाप्रसाद के साथ-साथ बलिया का देशी चने से निर्मित शुद्ध सत्तू भी डाकघरों पर उपलब्ध होगा। इसके लिए बलिया के ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) के तहत आने वाला शुद्ध देशी चने से निर्मित '100रब' ब्रांड का सत्तू बनाने वाले निधि उद्योग का भारतीय डाक विभाग से विशेष अनुबंध हुआ है।

इस अनुबंध के तहत पूर्वांचल के लगभग सौ डाकघरों में यह पौष्टिक सत्तू बिक्री के लिए रखा जाएगा। इन 100 डाकघरों में शामिल हैं, बलिया डाक मंडल के 40 उप डाकघर, गाज़ीपुर डाक मंडल के 26 उप डाकघर और वाराणसी पश्चिमी डाक मंडल के 19 उप डाकघर। इसके अलावा वाराणसी पूर्वी डाक मंडल के 15 उप डाकघर भी शामिल हैं। यह पहल न केवल स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देगी, बल्कि उपभोक्ताओं को स्वास्थ्यवर्धक एवं पारंपरिक स्वाद भी प्रदान करेगी। निधि उद्योग के संचालक सौरभ अग्रवाल ने बताया कि हमने बलिया की पहचान के अनुरूप ही शुद्ध देशी चना से सत्तू बनाना शुरू किया है। जो उच्च प्रोटीन व हाई फाइबर से भरपूर है।

सौरभ अग्रवाल ने बताया कि भविष्य में इस सत्तू को और भी अधिक डाकघरों में उपलब्ध कराने की योजना है, ताकि बलिया के इस विशिष्ट उत्पाद का स्वाद देश के कोने-कोने तक पहुँच सके। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 और 2024 में ग्रेटर नोएडा में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में बलिया का प्रतिनिधित्व करते हुए सौरभ ने सत्तू को एक पोषक, स्वास्थ्यवर्धक और आधुनिक खाद्य उत्पाद के रूप में प्रस्तुत किया था। इसके बाद निधि उद्योग को अंतरराष्ट्रीय निर्यात लाइसेंस भी प्राप्त हुआ, जिससे बलिया का सत्तू अब विदेशों तक भी पहुँच रहा है।

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स्वादयुक्त सत्तू गिफ्ट बॉक्स भी लॉन्च

सरकारी सहायता के कारण निधि उद्योग ने सत्तू का निर्माण किया तो किसानों को उनके चने का बेहतर मूल्य मिलने लगा है। अब चने की खेती का क्षेत्रफल बढ़ने लगा है। महिलाओं और युवाओं को रोजगार एवं प्रशिक्षण के अवसर मिल रहे हैं। सत्तू की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में भी सरकारी सहायता मिल रही है। सौरभ अग्रवाल ने स्वादयुक्त सत्तू गिफ्ट बॉक्स भी लॉन्च किया है, जो त्योहारों और हेल्दी गिफ्टिंग के लिए नया ट्रेंड बन चुका है। सौरभ कहते हैं, हमारा लक्ष्य केवल व्यापार करना नहीं, बल्कि बलिया को आत्मनिर्भर बनाना है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी