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प्रतिदिन के योग से आर्थराइटिस और सिस्ट जैसी बीमारी से मिली निजात, 65 बार करती हैं सूर्य नमस्कार

 






- रोगों से मुक्ति के लिए योग अपनाया, अब दूसरों के लिए बनीं सहारा

अनूपपुर, 22 जून (हि.स.)। रोगों ने खूब परेशान किया, छोटे-बड़े सभी अस्पताल में इलाज के लिए भटकने के बावजूद कोई लाभ नहीं मिला। इसके बाद योग केंद्र में जाना शुरू किया और असर एक सप्ताह के अंदर दिखाई दिया। आज स्थिति यह है कि जिस जिंदगी के लिए जूझना पड़ रहा था अब योग के माध्यम से खुद की बीमारी को हराया भी और दूसरों को भी योग के जरिए स्वस्थ रहने का मंत्र दे रही हैं। अनूपपुर निवासी सुधा मालवीय एक उदाहरण हैं जिन्होंने योग की साधना से आर्थराइटिस और सिस्ट जैसी बीमारी से निजात पाई। योग ने उनकी जिंदगी निखार दी जो कभी जिंदगी के लिए अस्पतालों पर निर्भर थी। जिन्हें कोई राह नजर नहीं आई लेकिन आज योग ने इनकी जिंदगी संवार दी।

सुधा मालवीय की दैनिक दिनचर्या में सुबह उठने के बाद योग करना पहली प्राथमिकता रहती है। ये अब योग के बिना नहीं रह सकतीं। यही कारण है कि अब वे दूसरों को भी नई जिंदगी देने के उद्देश्‍य से योग सिखा रही हैं। यही सेवा उनकी जिंदगी का मकसद बन गई है।

योग पर अपने अनुभव को लेकर सुधा मालवीय कहती हैं, “योग वह क्रिया है जो लोगों को हर रोग से निजात दिला रही है। बड़ी संख्या में लोग आज योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। योग से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। रोगों की चपेट में आने से योग से खुद को बचाया जा सकता है। मैं स्‍वयं वर्ष 2006 से पूर्व आर्थराइटिस और सिस्ट जैसी बीमारियों से खूब परेशान थी। चलना-फिरना दूभर हो गया था। वजन में अंकुश नहीं लग रहा था, लेकिन पिछले 19 सालों से मैंने और मेरे पति विनोद मालवीय ने योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लिया है। अब जिंदगी बहुत आसान लगती है।”

वे कहती हैं, “बीमार रहने के दौरान वर्ष 2009 में नगर में चलने वाले योग केंद्र की जानकारी हुई। योग प्रशिक्षक जेपीएन शर्मा ने योग के माध्यम से छह माह में ऐसा काया पलट किया कि बढ़ते वजन में अंकुश आया, खड़े होने लगी और धीरे-धीरे अपने सभी रोगों से मैंने जंग जीत ली। प्रतिदिन 65 बार सूर्य नमस्कार सहित अन्य योग प्राणायाम ने बीमारियों से मुक्ति दिला दी।”

योग साधक सुधा मालवीय ने बताया कि पूर्व में हड्‌डी के डॉक्टरों ने घुटने बदलने की सलाह तक दे दी थी। आज वह यदि पूरी तरह से स्वस्थ हैं तो योग करने की वजह से। सुधा मालवीय नगर में तथा आसपास क्षेत्र में योग शिविर का संचालन कर रही हैं। वे 43 शिविर लगा चुकी हैं और 27 योग कक्षाएं इनके देखरेख में संचालित हो रही हैं। महिलाएं एवं पुरुष सभी योग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें हैं।

वर्तमान में सुधा मालवीय महिला पतंजलि योग केंद्र की जिला प्रभारी हैं। यहां से उन्होंने योग की सभी क्रियाएं सीखीं और कई बार वह हरिद्वार जाकर योग गुरु बाबा रामदेव से भी मिल चुकी हैं। वहां योग की क्रियाएं सीख कर वे वापिस आते ही अन्‍यों के जीवन में भी योग की उजास भरने में लग गईं। नगर निवासी मधु खर्द जिन्हें नींद ना आने की समस्या थी योग के माध्यम से चार दिन में ही नींद आने लगी। इस तरह सैकड़ों लोगों ने उनके योग शिविर से विभिन्न रोगों से लाभ हासिल किया है।

सुधा मालवीय का कहना है कि उनका पूरा जीवन योग या सीखने और सोखने पर समर्पित है ताकि दूसरों का जीवन भी सुखमय व खुशहाल रहे। इनका कहना है कि करते रहें योग, धीरे-धीरे मिटते जाएंगे सब रोग।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला