बलरामपुर : रामानुजगंज में रहकर चाय बेचने वाला विजय नेपाल में रह रहे परिवार से नहीं मिल पा रहा, पांच दिन से संचार ठप
बलरामपुर, 11 सितंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में घूम घूमकर चाय बेचने वाले विजय ठाकुर थापा पिछले पांच वर्षों से रामानुजगंज में चाय बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है। विजय मूलतः नेपाल के रहने वाले है। नेपाल में तनाव के हालत के बीच वे बीते पांच दिनों से अपने परिवार से बात भी नहीं कर पाए हैं। बॉर्डर बंद होने के कारण वापस नेपाल भी नहीं जा पा रहे है। जिससे विजय काफी परेशान है।
विजय बताते है कि, उनकी पत्नी, तीन बेटियां और दो बेटे नेपाल के उसी गांव में रहते है, जहां अचानक तनाव का माहौल बन गया है। गांव में इंटरनेट और संचार व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। गांव के लोग घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हो गए। इन पांच दिनों में विजय के लिए हर घंटा, हर मिनट किसी पहाड़ से कम नहीं था।
विजय ने बताया कि, पांच दिन तक किसी से कोई बात नहीं हो पाई। मैं बहुत परेशान हूं, रात में नींद भी नहीं आती है। नेपाल जाना चाहता था, लेकिन बॉर्डर पूरी तरह से बंद था। उन्होंने बताया कि पांच दिन बाद हालात थोड़े सामान्य हुए और संचार व्यवस्था आंशिक रूप से बहाल हुई। जैसे ही विजय की पत्नी का फोन आया और उन्होंने बच्चों की खैरियत बताई, विजय की आंखों में आंसू आ गए। मानो जान में जान आ गई।
रामानुजगंज में विजय की चाय दुकान अब उनकी जिंदगी का सहारा है। हर महीने वे अपनी कमाई से थोड़ा-थोड़ा पैसा नेपाल भेजते हैं, जिससे उनके परिवार का गुज़ारा चलता है। उन्होंने बताया कि यहां रोज़ी-रोटी ठीक चल रही है, लेकिन जब नेपाल में तनाव होता है तो दिल यहीं नहीं लगता। बस यही दुआ करता हूँ कि हालात जल्द सामान्य हों।
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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय