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गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन होता है हानिकारक, समृद्धी कारक होंगे मिटटी के गणेश

 




भोपाल, 23 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश में 10 दिवसीय गणेशोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। जगह-जगह गणेश प्रतिमाओं को निर्माण हो रहा है। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित सुनील शर्मा ने कहा कि गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन करना श्रद्धालुओं के लिए हानिकारक होता है। खास बात यह है कि मिट्टी से बनाई हुई भगवान श्री गणेश की प्रतिमा जहां शीतलता प्रदान करेंगी। वहीँ प्राकृतिक संतुलन में भी सहायक होगी। प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनाए जाने वाली प्रतिमाएं पर्यावरण को हानि पहुंचाने का काम करती हैं तो मिट्टी से बनी प्रतिमाएं नदी-तालाब-सरोवर की मिट्टी में घुलकर धरती की उपयोगिता बढ़ाने में सहायक होती हैं।

ज्योतिषाचार्य पंडित सुनील शर्मा ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को प्रथम पूज्य भगवान गणेश माता-पार्वती के द्वारा अवतरण हुआ था। इस दिन को भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाए जाने की परंपरा है। उन्होंने बताया कि भाद्रपद गणेश चतुर्थी सोमवार, 27 अगस्त को चित्रा नक्षत्र में रहेगी। इससे पहले 26 अगस्त को दोपहर 01:54 बजे चतुर्थी तिथि शुरू होगी और 27 अगस्त को दोपहर 03:44 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। जन्मोत्सव गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाएगा।

पंडित सुनील शर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा भगवान गणेश के 12 नामों सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्ण, लंबोदर, विकट, विघ्नविनाशक, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन के साथ स्तुति की जाएगी। चतुर्थी को भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमा की स्थापना भक्तों के लिए समृद्धी कारक होगी।

उन्होंने बताया कि इस बार गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक की समय अवधि में त्रीपुष्कर योग व सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। यह योग अति शुभ व मंगलकारी है। वर्तमान समय में चतुर्मास चल रहा है और इन चार मास में सृष्टि का भार भगवान शंकर संभालते हैं और शिव परिवार द्वारा इन चार माह में सृष्टि का संचालन किया जाता है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है और इस वर्ष भगवान गणेश जन्मोत्सव बुधवार से प्रारंभ होगा। श्रद्धालुओं को इस दिन भगवान शंकर माता पार्वती गणेशजी महाराज कार्तिकेय स्वामी नंदी एवं मूषक राज की विशेष पूजा अर्चना करना चाहिए।

पंडित शर्मा ने बताया कि भगवान गणेश रिद्धि और सिद्धि के दाता हैं। हमें इनकी विशेष कृपा प्राप्ति के लिए दुर्वा एवं मोदक भेंट करना चाहिए। गणेश चालीसा, गणपति अथर्वशीर्ष का नियमित पाठ करना काफी फलदायी है। गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन निषेध है। इसलिए इस दिन चंद्र दर्शन नहीं करना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर