बलरामपुर : शामपति ने महतारी वंदन योजना की राशि से शुरू किया बकरी पालन, आर्थिक स्थिति में आया सुधार
बलरामपुर, 6 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई। महतारी वंदना योजना प्रदेशभर में लाखों परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। विशेषकर आदिवासी बाहुल्य जिलों में इस योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भरता की राह दिखाने का कार्य किया है।
इस योजना से बलरामपुर जिले की शामपति जैसी कई महिलाएं आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर हो रही हैं। जिले के राजपुर विकासखंड ग्राम पतरापारा निवासी शामपति इसका सशक्त उदाहरण हैं। योजना अंतर्गत उन्हें प्रतिमाह एक हज़ार की राशि प्राप्त होती है। आम तौर पर यह राशि परिवार की घरेलू आवश्यकताओं पर खर्च हो सकती थी, किंतु शामपति ने दूरदर्शिता दिखाते हुए इसे बकरी पालन जैसे छोटे उद्यम में निवेश किया।
उन्होंने बकरियों को सुरक्षित रखने के लिए एक हवादार एवं साफ-सुथरा बाड़ा बनवाया। इसके साथ ही बकरियों के लिए हरा एवं सूखा चारा, साफ पानी और स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था की। समय-समय पर पशु चिकित्सक की परामर्श लेकर उन्होंने बकरियों का नियमित टीकाकरण और उपचार भी सुनिश्चित किया। परिणामस्वरूप उनकी बकरियां स्वस्थ हैं और बकरी पालन धीरे-धीरे आय का स्थायी स्रोत बनता जा रहा है।
शामपति कहती है कि, हो सकता है किसी बड़े शहर में रहने वाले परिवार के लिए एक हज़ार बहुत मायने न रखता हो, लेकिन हमारे जैसे मेहनत-मजदूरी करने वाले परिवार के लिए यह राशि बहुत महत्वपूर्ण है। इस के सहारे मैंने बकरी पालन शुरू किया और आज परिवार की स्थिति पहले से बेहतर है।
शामपति से प्रेरित होकर गांव की अन्य महिलाएँ भी बकरी पालन, सब्जी उत्पादन और छोटे व्यवसायों की ओर अग्रसर हो रही हैं। परिवार के अन्य जन अब गर्व महसूस करते हैं कि घर की महिलाएं परिवार का सहारा बन गई है। परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आने से उनके परिवार खुश हैं और अब परिवार भविष्य की नई संभावनाओं को लेकर आश्वस्त है।
बलरामपुर जैसे आदिवासी बहुल और भौगोलिक दृष्टि से परिपूर्ण जिले में निवासरत समुदायों के लिए के लिए एक-एक हजार रुपये की राशि महिलाओं के लिए बेहद मायने रखती है। यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने, आय के नए साधन तलाशने का अवसर दे रही है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दूरदर्शी पहल से महतारी वंदन योजना अंतर्गत महिलाओं को आर्थिक संबल करने का जो प्रयास जमीनी स्तर पर भी दिखाई देने लगा है। आज शामपति जैसी अनेक महिलाएं इस योजना से लाभान्वित होकर न केवल अपने परिवार का सहारा बन रही हैं, बल्कि समाज के लिए भी प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय