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Virar में चार मंजिला इमारत का ढहना: 12 लोगों की जान गई, प्रशासन ने शुरू की जांच

महाराष्ट्र के विरार में एक अनधिकृत चार मंजिला इमारत के ढहने से 12 लोगों की जान चली गई, जिसमें मां-बेटी भी शामिल हैं। यह हादसा बुधवार रात 11:30 बजे हुआ। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। स्थानीय निवासियों ने बचाव कार्य में मदद की, लेकिन मलबे को हटाने में कठिनाइयाँ आईं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल बना दिया है।
 

Virar में इमारत का ढहना

Virar में चार मंजिला इमारत का ढहना: महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार में बुधवार रात एक गंभीर घटना घटित हुई। यहां एक अनधिकृत चार मंजिला इमारत का पिछला हिस्सा अचानक गिरकर पास की खाली चॉल पर गिर पड़ा। इस दुर्घटना में मां-बेटी सहित कम से कम 12 लोगों की जान चली गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि अब तक मलबे से छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, अन्य छह घायलों ने इलाज के दौरान विभिन्न अस्पतालों में दम तोड़ दिया।


हादसा रात 11:30 बजे

हादसा रात 11:30 बजे हुआ

जानकारी के अनुसार, यह घटना विरार के नारंगी रोड पर चामुंडा नगर और विजय नगर के बीच स्थित रमाबाई अपार्टमेंट में हुई। हादसा रात करीब 11:30 बजे हुआ। इमारत का पिछला हिस्सा गिरते ही आसपास अफरा-तफरी मच गई। कई लोग इमारत और चॉल में फंसे हुए थे, इसलिए तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया। मौके पर वसई-विरार नगर निगम (वीवीएमसी) का अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें पहुंचीं।


अस्पताल में भर्ती घायल

छह लोग अस्पतालों में भर्ती

नगर निगम द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि छह लोग अभी भी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से कुछ का इलाज नालासोपारा और मुंबई के बाहरी क्षेत्रों में चल रहा है। वहीं, तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।


खतरनाक इमारत

खतरनाक घोषित इमारत

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी (डीडीएमओ) ने बताया कि रमाबाई अपार्टमेंट लगभग दस साल पुराना था और इसे पहले ही खतरनाक घोषित किया गया था। वसई-विरार नगर निगम के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि यह इमारत अवैध रूप से बनाई गई थी। इसके बावजूद, इसमें लोग रह रहे थे, जिससे हादसे के समय बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए।


बचाव कार्य में कठिनाइयाँ

बचाव कार्य में मुश्किलें

मलबे को हटाने में अधिकारियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है, जिसके कारण भारी मशीनरी को मौके पर लाने में काफी समय लगा। स्थानीय निवासियों ने भी बचाव दलों की मदद की। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है और कई परिवार बेघर हो गए हैं।


जांच के आदेश

जांच के आदेश

प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय पर अवैध इमारतों पर कार्रवाई की जाती, तो इस तरह की त्रासदी को टाला जा सकता था।