YSRCP ने चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बताया बड़ा झटका
सुप्रीम कोर्ट का फैसला और YSRCP की प्रतिक्रिया
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने कौशल विकास घोटाले से संबंधित मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता एन. चंद्रबाबू नायडू के लिए एक बड़ा झटका बताया है। अदालत ने नायडू द्वारा दायर FIR रद्द करने की याचिका को खारिज कर दिया। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए YSRCP के महासचिव सज्जाला रामकृष्ण रेड्डी ने कहा कि यह निर्णय इस बात का प्रमाण है कि नायडू ने जनता के धन का दुरुपयोग किया है।उन्होंने कहा, "चंद्रबाबू नायडू कानूनी तरकीबों का सहारा लेकर बचने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनके तर्कों को अस्वीकार कर दिया।" सज्जाला ने यह भी बताया कि नायडू ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17A का हवाला देकर राहत पाने की कोशिश की, लेकिन अदालत ने स्पष्ट किया कि जांच जारी रहनी चाहिए।
पूर्व मंत्री और YSRCP नेता गुडीवाडा अमरनाथ ने भी इस फैसले को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय यह दर्शाता है कि चंद्रबाबू नायडू इस 371 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी हैं। अमरनाथ ने आरोप लगाया कि नायडू ने जनता के पैसे का खुलकर दुरुपयोग किया है और अब उनका असली चेहरा सामने आ गया है।
उन्होंने नायडू से सार्वजनिक जीवन से इस्तीफा देने और आंध्र प्रदेश की जनता से माफी मांगने की मांग की। अमरनाथ ने कहा कि अंततः न्याय की जीत हुई है।