अखिलेश यादव ने वाराणसी कफ सिरप मामले में उठाए गंभीर सवाल
अखिलेश यादव का बयान
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि वाराणसी में कफ सिरप मामले में असली गुनाहगारों को बिना किसी दबाव के पकड़ना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि देश की प्रधान नगरी का यह हाल है, तो अन्य स्थानों की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है।
अखिलेश ने बताया कि वाराणसी में कफ सिरप मामले में 70 फर्मों की जांच की जा रही है, जिनमें से 50 फर्जी पाई गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लाइसेंस जारी करने वालों की भूमिका संदिग्ध है और टैक्स विभाग भी इसमें शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने ईवे बिल घोटाले और झूठे दस्तावेजों के संलग्न होने का भी जिक्र किया।
उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, सोनभद्र, गाज़ियाबाद, हापुड़, बिहार और विदेशों तक इस मामले के तार जुड़े हुए हैं। अखिलेश ने चिंता जताई कि यह केवल एक दवा का मामला है, जबकि ऐसी कई अन्य दवाएं भी हो सकती हैं जो वास्तव में जहरीली हैं या नशे के विकल्प के रूप में बेची जा रही हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि यह महा भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है और नोटबंदी के दावों की सच्चाई को उजागर करता है।