अखिलेश यादव ने संविधान की रक्षा पर उठाई आवाज़, कहा लोकतंत्र को खतरा
संविधान की रक्षा की आवश्यकता
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने बीजेपी और उसके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा है कि लोकतंत्र के दुश्मन वे हैं जो एक व्यक्ति के शासन की चाह रखते हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि देश का नारा होना चाहिए 'जय जवान, जय किसान, जय संविधान'। संविधान की बात करते समय किसी भी पक्ष या विपक्ष का होना उचित नहीं है, सभी को एकजुट होकर एक ही आवाज में खड़ा होना चाहिए। संविधान केवल एक किताब नहीं, बल्कि हमारे समाज की नींव है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि लोकतंत्र के लिए सबसे दुखद स्थिति यह है कि संसद में संविधान की रक्षा पर चर्चा हो रही है, जबकि हमें संविधान के अनुसार देश को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। संविधान पर संकट वास्तव में लोकतंत्र पर संकट का संकेत है। जो लोग संविधान को कमजोर करना चाहते हैं, वे लोकतंत्र को भी कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश को संविधान के अनुसार चलना चाहिए, न कि किसी की व्यक्तिगत इच्छाओं के अनुसार। संविधान अधिकारों की रक्षा करता है और जो लोग इन अधिकारों का हनन करना चाहते हैं, वे संविधान को नकारने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान ही संजीवनी है, जो देश को बेहतर बनाने और बनाए रखने की क्षमता रखता है। संविधान लोकतंत्र का कर्म ग्रंथ है, इसलिए हमारे लिए यह सबसे महत्वपूर्ण है।