अनमोल बिश्नोई की 11 दिन की एनआईए हिरासत, संगठित अपराध के रहस्यों का खुलासा संभव
नई दिल्ली में गैंगस्टर की गिरफ्तारी
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को 11 दिन की हिरासत में लेने की अनुमति अदालत से प्राप्त कर ली है. अनमोल बिश्नोई न केवल मुंबई के बाबा सिद्दीकी पर हमले की साजिश में आरोपी है, बल्कि वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के षड्यंत्र में भी नामजद है. एजेंसी को उम्मीद है कि उसकी पूछताछ कई बड़े संगठित अपराध मामलों को सुलझाने में मदद कर सकती है.
एनआईए का रिमांड नोट
एनआईए ने अदालत में क्या कहा?
सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने अपने रिमांड नोट में बिश्नोई के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों का विस्तृत उल्लेख किया. एजेंसी का कहना है कि हिरासत में पूछताछ बेहद जरूरी है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि उसके साथ कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं, किसके निर्देश पर वह काम करता था और इस अपराध नेटवर्क के लिए पैसा कैसे पहुंचाया जाता था.
एनआईए ने अदालत को बताया कि अनमोल बिश्नोई से पूछताछ के बाद लगातार बढ़ रहे संगठित अपराध, हत्या के मामले और धमकी व रंगदारी से जुड़े कई मामलों में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है. जांचकर्ताओं का मानना है कि बिश्नोई की भूमिका सिर्फ एक गैंग सदस्य तक सीमित नहीं है, बल्कि वह एक बड़े अपराध सिंडिकेट का अहम हिस्सा है.
सुनवाई का विवरण
बंद कमरे में हुई सुनवाई
इस मामले की सुनवाई बंद कमरे में की जा रही है, इसलिए जानकारी केवल सूत्रों के माध्यम से सामने आ रही है. उपलब्ध जानकारी के अनुसार, एनआईए ने अदालत को बताया कि अनमोल बिश्नोई 35 से अधिक हत्याओं और 20 से ज्यादा अपहरण, धमकी और हिंसा की घटनाओं से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा, वह दो भारतीय पासपोर्ट रखने के मामले में भी आरोपी है, जिनमें से एक पासपोर्ट जाली दस्तावेजों के आधार पर बनवाया गया बताया जाता है.
पूछताछ के संभावित परिणाम
पूछताछ से खुल सकते हैं कई रहस्य
एनआईए का कहना है कि बिश्नोई से सख्त पूछताछ जरूरी है ताकि धन के स्रोत, विदेशों से होने वाली फंडिंग, नेटवर्क चलाने वाले लोगों और अपराधियों को हथियार उपलब्ध कराने वालों की पहचान की जा सके. एजेंसी को उम्मीद है कि उसकी जानकारी के आधार पर कई और अपराधियों को भी चिन्हित किया जा सकता है जो इस गैंग से जुड़े हुए हैं.
सूत्रों का कहना है कि अनमोल बिश्नोई के बयान संगठित अपराध की जड़ तक में पहुंचने में बेहद अहम साबित हो सकते हैं. एनआईए ने यह भी आशंका जताई है कि इस नेटवर्क के कई सदस्य विदेशों में छिपे हो सकते हैं, जिन तक पहुंचने के लिए बिश्नोई की हिरासत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.