×

अनुराग ठाकुर का मिस्र दौरा: आतंकवाद के खिलाफ भारत और अरब देशों की एकजुटता

पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मिस्र में आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई को उजागर करने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ यात्रा की। इस दौरान उन्होंने अरब देशों के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को वैश्विक चुनौती बताया। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक के बारे में और भारत की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों के बारे में।
 

भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का अंतरराष्ट्रीय समर्थन

काहिरा/ शिमला: आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता को उजागर करने और पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए, पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अफ्रीकी देश मिस्र का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने लीग ऑफ अरब स्टेट्स के महासचिव महामहिम अहमद अबुल घीत और मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती से मुलाकात की। इस बैठक में भारत के राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और मीडिया सहयोग पर चर्चा की गई, साथ ही आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के एकीकृत दृष्टिकोण को भी रेखांकित किया गया। अनुराग ठाकुर ने कहा, “भारत और अरब देशों के बीच पुरानी रणनीतिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक साझेदारी है।”


अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है। अरब लीग ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन किया है। काहिरा में आयोजित बैठक में, दोनों पक्षों ने अपने-अपने देशों में आतंकवादी खतरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इस अवसर पर, अहमद अबुल घीत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की और भारत के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। भारत और मिस्र ने आतंकवाद के सभी रूपों का मुकाबला करने के लिए संयुक्त प्रयासों को मजबूत करने पर सहमति जताई है।


अनुराग ठाकुर ने यह भी बताया कि पाकिस्तान का हाथ 9/11, 26/11, पठानकोट, उरी और पहलगाम जैसे कई आतंकवादी हमलों में रहा है। पहलगाम हमले की जिम्मेदारी भी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन ने ली थी। जब पाकिस्तान ने इस हमले के बाद कोई कार्रवाई नहीं की, तो भारत को मजबूरन 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से आतंकवादियों को सजा देनी पड़ी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई को विश्वभर में समर्थन मिल रहा है और भारत अपने नागरिकों और सीमाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने में संकोच नहीं करेगा।