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अमेठी पुलिस लाइन में दो पुलिसकर्मियों के बीच खूनी संघर्ष

अमेठी पुलिस लाइन में एक साधारण शब्द ने दो पुलिसकर्मियों के बीच खूनी संघर्ष को जन्म दिया। हेड कांस्टेबल ने सिपाही की माँ को 'भाभी' कहकर संबोधित किया, जिसके बाद सिपाही ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना ने पुलिस बल के भीतर आपसी संबंधों और संयम की कमी को उजागर किया है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
 

पुलिस लाइन में विवाद का मामला

अमेठी पुलिस लाइन में हाल ही में घटित एक घटना ने सबको चौंका दिया है। यहाँ एक साधारण शब्द ने दो पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक झड़प का कारण बना। यह घटना सोमवार रात की है, जब एक हेड कांस्टेबल ने अपने साथी सिपाही की माँ को 'भाभी' कहने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने पुलिस बल के भीतर आपसी संबंधों और संयम की कमी पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
घटना तब बढ़ी जब सिपाही राकेश सिंह ने हेड कांस्टेबल राजन प्रताप वर्मा पर लोहे की रॉड और डंडों से हमला कर दिया। राजन को तुरंत अमेठी सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहाँ से उन्हें बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। उनके सिर और आँखों में गंभीर चोटें आई हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सिपाही राकेश कथित तौर पर नशे में था और उसने हेड कांस्टेबल के कमरे में घुसकर हमला किया। राजन ने बताया कि उन्होंने सिपाही की माँ को सम्मानपूर्वक 'भाभी' कहकर संबोधित किया था, लेकिन राकेश को यह बात बुरी लगी और उसने तुरंत हमला कर दिया। राजन के चीखने पर अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और अमेठी कोतवाली पुलिस को सूचित किया।
हेड कांस्टेबल राजन प्रताप वर्मा, जो उम्र में सिपाही से बड़े हैं, ने हमलावर के पैर छूकर माफी मांगी, यह सोचकर कि शायद इससे सिपाही का गुस्सा शांत हो जाएगा। लेकिन राकेश का गुस्सा कम नहीं हुआ और उसने बेरहमी से राजन को पीटना जारी रखा। यह घटना पुलिसकर्मियों के बीच आपसी सम्मान और व्यवहार की कमी को उजागर करती है, खासकर जब वर्दी में होते हुए भी ऐसी हिंसक झड़पें सामने आती हैं।