अमेरिका के पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा हरिकेन एरिन, सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंताएं
हरिकेन एरिन का खतरा
अटलांटिक महासागर में उत्पन्न हुआ शक्तिशाली तूफान, हरिकेन एरिन, अब अमेरिका के पूर्वी तट की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसकी तेज़ हवाएं लगभग 155 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही हैं, जिससे तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस तूफान ने नॉर्थ कैरोलीना सहित कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है। नेशनल हरिकेन सेंटर के अनुसार, इस कैटेगरी 2 तूफान के कारण समुद्र में लहरें 20 फीट तक ऊँची हो सकती हैं, जिससे तटवर्ती इलाकों में भारी तबाही की आशंका है।नॉर्थ कैरोलीना के गवर्नर जोश स्टीन ने इस आपदा को देखते हुए राज्य में आपातकाल की घोषणा की है। राज्य प्रशासन राहत कार्यों को सक्रिय करने के लिए अतिरिक्त संसाधन मुहैया करा रहा है। डेर और हाइड काउंटी की प्रशासनिक टीम ने ओक्राकोक और हैटरस द्वीपों से निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का आदेश दिया है ताकि किसी अप्रत्याशित घटना से बचा जा सके।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, ओक्राकोक द्वीप से अब तक 2200 से अधिक लोगों को फेरी सेवा के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बुधवार सुबह तक आखिरी फेरी रवाना हो चुकी थी, और हैटरस द्वीप पर फेरी सेवाएं तब तक जारी रहेंगी जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते।
हालांकि, जहां अधिकांश लोग सुरक्षित इलाकों की ओर चले गए हैं, वहीं कुछ स्थानीय निवासी अभी भी अपने घरों में ठहरे हुए हैं। ओक्राकोक के पोनी आइलैंड इन होटल के मैनेजर क्रिस स्टायरन ने बताया कि उन्हें ऐसे तूफानों का अनुभव है और इसलिए वे ज्यादा चिंतित नहीं हैं। उनका मानना है कि तूफान अभी समुद्र में दूर है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं।
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि तूफान का सबसे खतरनाक हिस्सा अमेरिका और बरमूडा के बीच से उत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसके कारण तेज बारिश, प्रचंड हवाएं और समुद्री ज्वार के चलते तटीय क्षेत्रों में भारी नुकसान होने की संभावना जताई गई है।
हरिकेन एरिन की गति 155 किमी प्रति घंटा तक पहुंच चुकी है और इसका प्रभाव क्षेत्र 426 किलोमीटर तक फैला हुआ है। इसकी तेज हवाएं 145 किलोमीटर तक कैटेगरी 2 के स्तर की हैं, जो व्यापक क्षेत्र में खतरा उत्पन्न कर सकती हैं।