अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में तनाव और आरोपों का दौर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच व्यापार वार्ता में तनाव बढ़ता जा रहा है। ट्रंप ने बीजिंग पर टैरिफ रोलबैक समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जबकि चीन ने इसे झूठा बताया है। व्यापार तनाव में अस्थायी कमी के बावजूद, दोनों देशों के बीच बातचीत में अनिश्चितता बनी हुई है। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और क्या हो सकता है आगे।
Jun 5, 2025, 20:03 IST
अमेरिकी और चीनी नेताओं के बीच बातचीत
टैरिफ वार्ता के ठप होने के कारण बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई है। इस वार्ता की जानकारी चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ने दी है। खबर लिखे जाने तक व्हाइट हाउस ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह बातचीत उस समय हुई जब ट्रंप ने बीजिंग पर पिछले महीने जिनेवा में हुए टैरिफ रोलबैक समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। इसके जवाब में, बीजिंग ने कहा कि वाशिंगटन ने झूठे आरोप लगाए हैं और चीन पर आम सहमति का उल्लंघन करने का अनुचित आरोप लगाया है।
व्यापार तनाव में अस्थायी कमी
व्यापार तनाव में अस्थायी कमी के साथ, चीन ने अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ को 90 दिनों के लिए 125% से घटाकर 10% कर दिया। वहीं, अमेरिका ने चीनी आयात पर अपने टैरिफ को 145% से घटाकर 30% करने का प्रस्ताव रखा। यह फोन कॉल ट्रंप द्वारा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निराशा व्यक्त करने के एक दिन बाद हुई। ट्रंप ने लिखा कि वह चीन के राष्ट्रपति शी को पसंद करते हैं, लेकिन उनके साथ सौदा करना बहुत कठिन है। इस बयान के बाद व्यापार वार्ता की स्थिति को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है, जो कई सप्ताह से ठप है।
व्यापार युद्ध में तनाव का पुनरुत्थान
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध में 90 दिनों का नाजुक संघर्ष विराम एक महीने से भी कम समय में टूट गया, जब दोनों पक्षों ने जिनेवा में एक-दूसरे पर टैरिफ कम करने पर सहमति जताई। ट्रंप ने चीन पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जिससे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव फिर से बढ़ गया। ट्रंप ने 30 मई को अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि चीन ने हमारे साथ अपने समझौते का पूरी तरह से उल्लंघन किया है।