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अमेरिका ने चीन की दोहरी नीति पर भारत को चेताया

अमेरिका ने भारत को चीन की दोहरी नीति के बारे में चेतावनी दी है, जिसमें चीन की एलएसी पर तनाव कम करने की कोशिश और पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने का जिक्र है। पेंटागन की रिपोर्ट में अरुणाचल प्रदेश के विवाद और चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी 21 देशों में नए सैनिक ठिकाने बनाने की योजना बना रही है।
 

चीन की दोहरी रणनीति पर अमेरिका की चेतावनी

वॉशिंगटन। अमेरिका ने भारत को चीन की दोहरी नीति के बारे में सतर्क किया है। पेंटागन की 2025 की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन एक ओर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव कम करने का प्रयास कर रहा है, जबकि दूसरी ओर पाकिस्तान के साथ अपने सैन्य संबंधों को मजबूत कर रहा है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि अक्टूबर 2024 में भारत और चीन ने एलएसी पर विवादित क्षेत्रों से पीछे हटने पर सहमति बनाई थी। फिर भी, पेंटागन का मानना है कि चीन का उद्देश्य भारत के साथ संबंधों को सामान्य करके उसे अमेरिका से दूर रखना है।


रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत और चीन के बीच विश्वास की कमी अभी भी बनी हुई है। अरुणाचल प्रदेश का विवाद दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जहां चीन इसे अपना हिस्सा मानता है, जो भारत की संप्रभुता को सीधा चुनौती देता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अरुणाचल के मुद्दे को ताइवान और दक्षिण चीन सागर के मुद्दों के समान महत्व देता है, और इसे अपनी प्राथमिक चिंताओं में शामिल किया है।


पेंटागन की रिपोर्ट में पाकिस्तान में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने 2020 से अब तक पाकिस्तान को 36 जे-10सी लड़ाकू विमान प्रदान किए हैं। इसके अलावा, दोनों देश मिलकर जेएफ-17 लड़ाकू विमान का निर्माण कर रहे हैं। पाकिस्तान को चीनी ड्रोन और नौसैनिक उपकरण भी मिल रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भविष्य में पाकिस्तान में चीनी सैन्य ठिकाने स्थापित हो सकते हैं, जिससे भारत की सीमाओं के निकट चीन की उपस्थिति बढ़ेगी।


रिपोर्ट के अनुसार, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) बांग्लादेश और पाकिस्तान सहित 21 देशों में नए सैनिक ठिकाने स्थापित करने की योजना बना रही है। इन ठिकानों का उद्देश्य चीन की नौसेना और वायु सेना को दूर-दूर तक ऑपरेशन करने में सहायता प्रदान करना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि PLA की सबसे अधिक रुचि उन क्षेत्रों में है, जहां से वैश्विक समुद्री व्यापार गुजरता है, जैसे मलक्का जलडमरूमध्य, होरमुज जलडमरूमध्य और अफ्रीका तथा मध्य पूर्व के कुछ रणनीतिक स्थान।