अमेरिका-भारत संबंधों पर निक्की हेली की चेतावनी: ट्रंप प्रशासन को चाहिए नई दिशा
अमेरिका-भारत संबंधों की स्थिति
अमेरिका-भारत संबंध: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए मनमाने टैरिफ का विरोध अब अमेरिका में भी सुनाई दे रहा है। पूर्व यूएन राजदूत निक्की हेली ने ट्रंप प्रशासन को इस मुद्दे पर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका-भारत संबंधों में दरार आ सकती है और चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को रोकने के लिए अमेरिका को भारत के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
निक्की हेली ने 20 अगस्त 2025 को न्यूजवीक में एक लेख में अमेरिका-भारत संबंधों की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने लिखा, 'जुलाई 1982 में, राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का स्वागत किया था। उन्होंने कहा था कि हमारे 'दो स्वतंत्र देशों' के बीच मित्रता का जश्न मनाना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'चार दशकों बाद, अमेरिका-भारत संबंध एक गंभीर मोड़ पर हैं। ट्रंप प्रशासन की विदेश नीति के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अमेरिका-भारत संबंधों को फिर से मजबूत करना आवश्यक है।' उन्होंने उल्लेख किया कि हाल के हफ्तों में कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें ट्रंप प्रशासन ने भारत को रूसी तेल पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी है। यह पहले से लागू 25 प्रतिशत टैरिफ के अतिरिक्त है।
हेली ने भारत का समर्थन करते हुए कहा, 'ट्रंप का भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर निशाना साधना उचित है, क्योंकि इससे व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के लिए धन जुटाने में मदद मिल रही है। भारत को एक महत्वपूर्ण स्वतंत्र और लोकतांत्रिक साझेदार के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि चीन जैसे प्रतिकूल के रूप में।' उन्होंने चेतावनी दी कि एशिया में चीनी प्रभुत्व का प्रतिकार करने वाले एकमात्र देश के साथ संबंधों को कमजोर करना एक रणनीतिक गलती होगी।
हेली ने यह भी कहा कि भारत अमेरिका को अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को चीन से दूर ले जाने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और युवा कार्यबल इसे एक महत्वपूर्ण साझेदार बनाते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि भारत का बढ़ता प्रभाव और सुरक्षा भागीदारी मध्य पूर्व में स्थिरता लाने में मदद कर सकती है। चीन के व्यापार और ऊर्जा प्रवाह के केंद्र में भारत का स्थान किसी भी बड़े संघर्ष की स्थिति में महत्वपूर्ण हो सकता है।
एक लोकतांत्रिक भारत का उदय: हेली ने कहा कि एक लोकतांत्रिक भारत का उदय मुक्त विश्व के लिए खतरा नहीं है। उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी को आवश्यक बताया, खासकर जब दोनों देशों के बीच आर्थिक और क्षेत्रीय विवाद हैं।
हेली ने ट्रंप और मोदी के बीच सीधी बातचीत की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि अमेरिका-भारत संबंधों में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि व्यापार विवादों और अन्य मुद्दों को सुलझाने के लिए कड़ी बातचीत की आवश्यकता है।
निक्की हेली, जो हडसन इंस्टीट्यूट में वाल्टर पी. स्टर्न चेयर हैं, पूर्व अमेरिकी राजदूत और साउथ कैरोलिना की गवर्नर रह चुकी हैं।