×

अयोध्या में हनुमानगढ़ी आश्रम में आगजनी की कोशिश, संत की जान को खतरा

अयोध्या के हनुमानगढ़ी आश्रम में संत महेश योगी के कमरे में आग लगने की घटना ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। यह आग जानबूझकर लगाई गई थी, जिससे संत की जान को खतरा था। पुलिस ने समय पर आग पर काबू पाया और मामले की जांच शुरू कर दी है। महेश योगी ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। जानें इस घटना के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

हनुमानगढ़ी आश्रम में आग लगने की घटना

अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी आश्रम में संत महेशदास उर्फ स्वामी महेश योगी के कमरे में अचानक आग लग गई। यह घटना गुरुवार की रात लगभग 2:45 बजे गोविंदगढ़ स्थित आश्रम में हुई। आरोप है कि यह आग जानबूझकर उन्हें नुकसान पहुंचाने के इरादे से लगाई गई थी। आग को ज्वलनशील सामग्री के माध्यम से लगाया गया था। अज्ञात व्यक्तियों ने कमरे की पीछे की खिड़की काटकर आग लगाई। पुलिस ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया।


हनुमानगढ़ी के वसंतीया पट्टी में महेश योगी का आश्रम स्थित है। रात के समय किसी अज्ञात व्यक्ति ने आश्रम के पिछले हिस्से में लोहे की जाली काटकर अंदर आग का गोला फेंका। महंत महेश योगी ने बताया कि घटना के समय आग से पेट्रोल जैसी गंध आ रही थी। हालांकि, आग को समय रहते बुझा लिया गया, जिससे अधिक नुकसान नहीं हुआ।


पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है

घटना के समय महेश योगी आश्रम में अकेले सो रहे थे, जबकि उनके शिष्य आश्रम के अन्य हिस्से में थे। सूचना मिलने पर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को कमरे के पीछे से कटी ग्रिल और पेट्रोल जैसी गंध के निशान मिले हैं। फिलहाल, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के आधार पर जांच जारी है।


निष्पक्ष जांच की मांग

महेश योगी ने पुलिस प्रशासन से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान की जा रही है।