अयोध्या राम मंदिर में भक्तों के लिए खुला राम दरबार
राम दरबार का उद्घाटन
अयोध्या राम मंदिर: अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम दरबार अब भक्तों के लिए खुल गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने शुक्रवार की शाम स्थानीय प्रशासन के साथ चर्चा के बाद यह निर्णय लिया। इस घोषणा से देश-विदेश के राम भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई है। राम दरबार में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्तियों का दर्शन भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव होगा.
दर्शन के लिए समय और प्रक्रिया
दर्शन करने के लिए खुला राम दरबार
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, राम मंदिर में दर्शन का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक और फिर दोपहर 1 बजे से रात 9 बजे तक निर्धारित किया गया है। विशेष आरतियों जैसे मंगला आरती (सुबह 4 बजे), श्रृंगार आरती (सुबह 6:15 बजे) और शयन आरती (रात 10 बजे) में शामिल होने के लिए भक्तों को मुफ्त प्रवेश पास लेना होगा। ये पास ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट या मंदिर के कैंप ऑफिस से प्राप्त किए जा सकते हैं। पास के लिए भक्त को नाम, उम्र, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और शहर जैसी जानकारी देनी होगी.
विशेष दर्शन की व्यवस्था
दर्शन के लिए फ्री रहेगा पास
राम दरबार के दर्शन के लिए सामान्य प्रवेश निःशुल्क है और इसके लिए किसी पास की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि कोई भी शुल्क देकर विशेष दर्शन की व्यवस्था नहीं है। यदि कोई विशेष दर्शन के लिए पैसे मांगता है, तो यह धोखाधड़ी हो सकती है। भक्तों से ऐसी गतिविधियों की शिकायत करने की अपील की गई है.
विशेष सुविधाएं
दिव्यांगों के लिए मंदिर परिसर में मुफ्त व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध
मंदिर में मोबाइल फोन, फूल, माला, प्रसाद या अन्य सामग्री ले जाना मना है। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए मंदिर परिसर में मुफ्त व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें सहायता के लिए स्वयंसेवक को मामूली शुल्क देना होगा। दर्शन की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए भक्तों को 60 से 75 मिनट में दर्शन पूरे करने की व्यवस्था की गई है.
भक्तों की संख्या
रोजाना करते हैं 1 से 1.5 लाख भक्त दर्शन
राम मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार की स्थापना 23 मई 2025 को शुरू हुई थी और 6 जून, 2025 को गंगा दशहरा के अवसर पर इसे भक्तों के लिए खोला गया। ट्रस्ट ने बताया कि रोजाना 1 से 1.5 लाख भक्त दर्शन कर रहे हैं और मंदिर की भव्यता और आध्यात्मिकता सभी को आकर्षित कर रही है.