अरब देशों की इज़राइल से संयम बरतने की अपील, तनाव बढ़ने का खतरा
ईरान के हमलों के बाद अरब देशों की प्रतिक्रिया
सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे प्रमुख अरब और इस्लामी देशों ने ईरान द्वारा इज़राइल पर किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद इज़राइल से संयम बरतने की अपील की है। इन देशों ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और एक व्यापक युद्ध के खतरे को लेकर सतर्कता दिखाई है।सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि मध्य पूर्व में सैन्य तनाव बढ़ने पर उन्हें गहरी चिंता है। मंत्रालय ने सभी पक्षों से अधिकतम आत्म-संयम बरतने का आग्रह किया ताकि क्षेत्र और उसके निवासियों को युद्ध के खतरों से बचाया जा सके।
कतर के विदेश मंत्रालय ने भी सभी पक्षों से तनाव को कम करने और स्थिति को शांत करने की अपील की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया ताकि क्षेत्र में तनाव को कम किया जा सके।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मंत्रालय ने भी संयम बरतने का आह्वान किया, ताकि संभावित खतरनाक परिणामों और एक नए क्षेत्रीय संघर्ष से बचा जा सके।
जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने कहा कि तनाव को रोकना अब एक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय आवश्यकता बन गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की जवाबी कार्रवाई पूरे क्षेत्र को बड़े युद्ध के कगार पर धकेल सकती है।
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने भी ईरान के हमलों और क्षेत्र में बढ़ते तनाव पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। मंत्रालय ने सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया और संघर्ष के क्षेत्रीय विस्तार के जोखिम के बारे में चेतावनी दी।
यह सामूहिक अपील ईरान द्वारा किए गए हमले के बाद आई है, जो दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हुए एक संदिग्ध इज़राइली हमले का प्रतिशोध था। अरब देश अब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि इज़राइल की कोई भी बड़ी जवाबी कार्रवाई पूरे मध्य पूर्व को विनाशकारी संघर्ष में झोंक सकती है।