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असम में सांप्रदायिक तनाव के बीच मुख्यमंत्री का गोली मारने का आदेश

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने धुबरी में एक सांप्रदायिक समूह के सक्रिय होने के बाद कानून प्रवर्तन अधिकारियों को गोली मारने का आदेश दिया है। यह कदम ईद पर एक मंदिर में गाय का मांस फेंके जाने की घटना के बाद उठाया गया। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यह समूह हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा है। उन्होंने सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं और कहा है कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
 

असम में सुरक्षा के लिए सख्त कदम

असम में गोली मारने का आदेश: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को धुबरी क्षेत्र में एक सक्रिय सांप्रदायिक समूह के चलते कानून प्रवर्तन अधिकारियों को देखते ही गोली मारने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह समूह हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा है।

यह निर्णय ईद के मौके पर मानव मंदिर में गाय का मांस फेंके जाने की घटना के बाद लिया गया। मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मंदिरों, नामघरों और अन्य पवित्र स्थलों की सुरक्षा में कोई ढिलाई न बरतें।


कानून का पालन सख्ती से होगा

‘आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा’

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस घटना में शामिल लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, “मैंने धुबरी का दौरा किया और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हमारे मंदिरों, नामघरों और पवित्र स्थलों की सुरक्षा में शून्य सहनशीलता का पालन करें। हनुमान मंदिर में गोमांस फेंकने की घटना अस्वीकार्य है, और इसमें शामिल लोगों को सजा मिलेगी।”


मुख्यमंत्री की सुरक्षा की प्रतिबद्धता

‘पूरी रात हनुमान बाबा मंदिर की रखवाली करुंगा’

एक अन्य पोस्ट में, मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो वह पूरी रात हनुमान बाबा मंदिर की सुरक्षा करेंगे। उन्होंने लिखा, “इस बार ईद पर कुछ असामाजिक तत्वों ने धुबरी के हनुमान मंदिर में गाय का मांस फेंककर घृणित अपराध किया है! अगर जरूरत पड़ी, तो मैं खुद पूरी रात हनुमान बाबा के मंदिर की रखवाली करूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि जांच जारी है और अपराधियों को सजा दिलाई जाएगी।