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असम विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका, बीपीएफ ने किया शानदार प्रदर्शन

असम में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल चुनाव में बीपीएफ के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है। बीपीएफ ने 40 सीटों में से 28 सीटें जीतकर भाजपा को बड़ा झटका दिया है। महलारी और यूपीपीएल के नेताओं की समान स्थिति के बावजूद, बीपीएफ ने भाजपा और यूपीपीएल को चुनौती दी है। अब नए राजनीतिक समीकरणों की आवश्यकता महसूस हो रही है, और कांग्रेस और बीपीएफ के पुनः गठबंधन की चर्चा भी चल रही है। जानें इस चुनाव के परिणाम और भविष्य की संभावनाएं।
 

भाजपा को बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल चुनाव में हार

असम में अगले साल अप्रैल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को एक गंभीर झटका लगा है। बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के चुनाव में भाजपा को भारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा की पूर्व सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अकेले ही बहुमत हासिल किया। 40 सीटों के इस चुनाव में हागरामा महलारी की पार्टी बीपीएफ ने 28 सीटें जीती हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि भाजपा ने पहले बीपीएफ के साथ गठबंधन किया था, लेकिन बाद में यूपीपीएल के साथ मिलकर बीपीएफ को कमजोर करने की कोशिश की थी। हालांकि, पांच साल बाद बीपीएफ ने जबरदस्त वापसी की है, जिससे भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है.


महलारी और यूपीपीएल के नेताओं की स्थिति

महलारी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से एक पर उन्होंने जीत हासिल की। वहीं, यूपीपीएल के नेता प्रमोद बोडो ने भी दो सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट पर जीत दर्ज की। इस मामले में दोनों नेताओं की स्थिति समान है, लेकिन महलारी की पार्टी ने भाजपा और यूपीपीएल को स्पष्ट रूप से चुनौती दी है। अब विधानसभा चुनाव में नए समीकरणों की आवश्यकता महसूस हो रही है। ध्यान रहे कि 2021 के विधानसभा चुनाव में बीपीएफ ने कांग्रेस के गठबंधन महाजोत के साथ चुनाव लड़ा था, जिसमें कांग्रेस ने बीपीएफ के लिए 12 सीटें छोड़ी थीं, लेकिन बीपीएफ केवल चार सीटें जीत पाई थी। बदरूद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ भी महाजोत का हिस्सा थी। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी दल अलग हो गए थे, लेकिन अब चर्चा है कि अगले साल के चुनाव में एक बार फिर विपक्ष का बड़ा गठबंधन बन सकता है। कांग्रेस और बीपीएफ के पुनः गठबंधन की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं।