अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना: एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति की कहानी
दुर्घटना का विवरण
अहमदाबाद हवाई अड्डे के निकट एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। इस भयानक घटना में एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति ने चमत्कारिक रूप से मलबे से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
ऐतिहासिक संदर्भ
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इतिहास में कई ऐसे हादसे हुए हैं, जहां बड़े विमान दुर्घटनाओं में केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा। पिछले 80 वर्षों में लगभग दो दर्जन ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें 50 या उससे अधिक लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन एक व्यक्ति ने असंभव को संभव कर दिखाया।
अहमदाबाद-लंदन उड़ान में त्रासदी
गुरुवार (12 जून) को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एयर इंडिया की उड़ान, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा अब तक के सबसे घातक हादसों में से एक है, जिसमें केवल एक 38 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक, जो भारतीय मूल का है, जीवित बचा। अधिकारियों ने शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
एयर इंडिया का आधिकारिक बयान
एयर इंडिया ने शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि 242 यात्रियों में से 241 की मृत्यु हो चुकी है। एकमात्र जीवित व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है।"
अन्य जीवित बचे लोगों की कहानियाँ
ऐसे हादसे पहले भी हो चुके हैं। अगस्त 1987 में, डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद एक मैकडॉनेल डगलस MD-82 विमान पायलट की गलती के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उसमें सवार 149 यात्रियों और छह चालक दल के सदस्यों में से केवल 4 वर्षीय सेसिलिया सिचन जीवित बचीं। उन्हें गंभीर जलन और कई फ्रैक्चर हुए थे।
हाल के अन्य हादसे
मार्च 2018 में, क्यूबा की क्यूबाना डे एविएसिओन उड़ान हवाना के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 112 लोग मारे गए। चार लोग शुरू में जीवित मिले, लेकिन तीन की बाद में अस्पताल में मृत्यु हो गई। एकमात्र जीवित व्यक्ति को गंभीर चोटें आई थीं और मई 2019 में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली।
सैन्य विमान हादसों में जीवित बचे
सैन्य विमानों में भी ऐसे मामले देखे गए हैं। 1991 में, इंडोनेशियाई वायु सेना का लॉकहीड C-130 हरक्यूलिस जकार्ता में इंजन में आग लगने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 134 लोग मारे गए। केवल एक व्यक्ति जीवित बचा।
सबसे पुराना दर्ज हादसा
1959 में, अर्जेंटीना में एक कर्टिस C-46 कमांडो विमान लैंडिंग के दौरान असफल होने पर तट से एक किलोमीटर दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 51 लोग मारे गए, लेकिन एक व्यक्ति तैरकर किनारे तक पहुंच गया।