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अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में ब्लैक बॉक्स डाटा की सफल रिकवरी

अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के ब्लैक बॉक्स का डाटा अब देश में ही सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया गया है। इससे हादसे के कारणों का पता लगाने में मदद मिलेगी। नागरिक विमानन मंत्री ने पहले विदेश भेजने की खबर का खंडन किया था। जांच एजेंसियां इस मामले में सक्रिय हैं, जिसमें एएआईबी भी शामिल है। विमान में 241 यात्रियों की जान गई थी, जबकि एक यात्री बच गया था। जानें इस हादसे की पूरी कहानी और ब्लैक बॉक्स से मिली जानकारी के बारे में।
 

ब्लैक बॉक्स डाटा की रिकवरी

नई दिल्ली। अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना के बाद ब्लैक बॉक्स के डाटा की रिकवरी को लेकर पहले संशय था। धमाके के कारण आग लगने से ब्लैक बॉक्स को नुकसान पहुंचा था, और यह कहा जा रहा था कि डाटा को अमेरिका भेजा जाएगा। लेकिन अब यह जानकारी मिली है कि देश में ही इसका डाटा सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया गया है। इसका अर्थ है कि अब इस हादसे के रहस्य को उजागर किया जा सकेगा। सरकार ने गुरुवार को पुष्टि की कि डाटा डाउनलोड किया जा चुका है और मेमोरी मॉड्यूल का भी एक्सेस प्राप्त कर लिया गया है।


जांच एजेंसी का विश्लेषण

सूत्रों के अनुसार, अब जांच एजेंसी ब्लैक बॉक्स से प्राप्त डाटा का विश्लेषण करेगी, जिससे हादसे के कारणों का पता चल सकेगा। इससे पहले जब यह खबर आई थी कि ब्लैक बॉक्स को विदेश भेजा जाएगा, तब नागरिक विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने इसका खंडन किया था। उल्लेखनीय है कि इस हादसे की जांच कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है, जिसमें एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) भी शामिल है, और इसकी ब्रिटेन शाखा भी जांच में सहयोग कर रही है।


विमान के ब्लैक बॉक्स की जानकारी

विमान में दो ब्लैक बॉक्स होते हैं: एक कॉकपिट डाटा रिकॉर्डर और दूसरा फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर। जानकारी के अनुसार, दोनों का डाटा रिकवर कर लिया गया है। इनमें हादसे के समय पायलटों की बातचीत और विमान की तकनीकी जानकारी का रिकॉर्ड मौजूद होगा। पहले रिकॉर्डर को 13 जून को और दूसरे को 16 जून को बरामद किया गया था। उल्लेखनीय है कि 12 जून को लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआई-171 उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान गई, जबकि एक यात्री बच गया था। विमान एक मेडिकल कॉलेज की छत पर गिरा था, जिससे वहां भी कई लोगों की मौत हुई थी। कुल मिलाकर इस घटना में 270 लोग मारे गए थे।