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अहमदाबाद विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट: पायलट को नहीं ठहराया गया दोषी

अहमदाबाद विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पायलट को दोषी नहीं ठहराया गया है। इस घटना में 260 लोगों की जान गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की मांग की थी। AAIB की रिपोर्ट में तकनीकी खराबियों का भी जिक्र है। जानें इस दुखद घटना के बारे में और क्या जानकारी सामने आई है।
 

नई दिल्ली से अहमदाबाद विमान हादसे की ताजा जानकारी


नई दिल्ली: अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना से संबंधित एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 13 नवंबर को बताया कि हालिया जांच रिपोर्ट में पायलट को दोषी नहीं ठहराया गया है।


260 लोगों की जान गई थी इस हादसे में

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, DGCA और अन्य संबंधित अधिकारियों को एक नोटिस जारी किया था। यह नोटिस एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के पायलट दिवंगत कैप्टन सुमीत सभरवाल के पिता पुष्कर राज सभरवाल द्वारा दायर याचिका के संदर्भ में था। यह विमान जून में गुजरात के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 260 यात्रियों की जान चली गई थी। याचिका में एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में निष्पक्ष और तकनीकी रूप से सुदृढ़ जांच की मांग की गई थी।


AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में क्या कहा गया?

एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171, अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह घटना बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जाती है। AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के ईंधन इंजन के स्विच उड़ान के बाद लगभग एक साथ 'रन' से 'कटऑफ़' पर स्विच हो गए, जिससे विमान ने शक्ति खो दी और गिर गया।


न्यायालय में सुनवाई के दौरान क्या हुआ?

सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने पायलट के पिता को आश्वासन दिया कि यह एक बेहद दुखद घटना थी, लेकिन उन्हें यह बोझ नहीं उठाना चाहिए कि उनके बेटे को दोषी ठहराया जा रहा है। न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची ने भी कहा कि प्रारंभिक AAIB रिपोर्ट में कहीं भी पायलट की गलती का उल्लेख नहीं है।


तकनीकी खराबी या सिस्टम में खामियां?

अमेरिकी अधिकारियों के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, कॉकपिट की आवाज़ की रिकॉर्डिंग से संकेत मिलता है कि पायलट ने इंजनों में ईंधन का प्रवाह रोक दिया था। हालांकि, कैप्टन सभरवाल के परिवार और पायलट संघ का कहना है कि यह निष्कर्ष अधूरा है। उनका मानना है कि दुर्घटना के पीछे तकनीकी खराबी या सिस्टम में खामियां भी हो सकती हैं, जिनकी जांच आवश्यक है।