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अहमदाबाद विमान हादसे में 241 यात्रियों की जान गई, जांच शुरू

अहमदाबाद में एअर इंडिया की उड़ान AI 171 एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गई, जिसमें 241 यात्रियों की जान चली गई। यह विमान मेघानी नगर में एक मेडिकल हॉस्टल से टकरा गया। हादसे के बाद, बचाव दल ने जले हुए शवों को मलबे से निकाला और उनकी पहचान डीएनए परीक्षण से की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी इस घटना में मृत्यु हो गई। सरकार ने उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, जो तीन महीने में रिपोर्ट पेश करेगी। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
 

भयानक विमान दुर्घटना

अहमदाबाद: सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI 171 एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गई। यह विमान कनाडा के लिए उड़ान भर रहा था, जब यह मेघानी नगर में एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गया, जिससे जोरदार विस्फोट हुआ और विमान में आग लग गई। इस दुखद घटना में 12 क्रू मेंबर्स सहित 241 यात्रियों की जान चली गई, जबकि एक भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक ही बच पाया।


हादसे की जांच और तकनीकी विवरण: दुर्घटना के बाद बचाव दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर जले हुए शवों को मलबे से निकाला, जिनकी पहचान डीएनए परीक्षण के माध्यम से की जा रही है। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मृत्यु हो गई, जिससे पूरे राज्य और देश में शोक की लहर दौड़ गई। जानकारी के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान एक 12 साल पुराना बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जिसका दाहिना इंजन मार्च 2025 में बदला गया था। इसकी डिटेल मेंटेनेंस जांच जून 2023 में हुई थी और अगली जांच दिसंबर 2025 में निर्धारित थी। विमान को तकनीकी रूप से पूरी तरह फिट घोषित किया गया था।


बीमा और सुरक्षा उपाय: एअर इंडिया ने हाल ही में इस विमान के बीमा कवर को 750 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 850 करोड़ रुपये कर दिया था, जो अप्रैल 2025 में किया गया था। यह निर्णय विमान की स्थिति और सुरक्षा की गंभीरता को दर्शाता है। इस भयानक हादसे के बाद, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया के सभी बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, जो तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। यह घटना भारत के विमानन इतिहास में एक और दुखद अध्याय बन गई है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए निष्पक्ष और व्यापक जांच का आश्वासन दिया है।