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आरसीबी की जीत का जश्न: भगदड़ में 10 की मौत, 20 घायल

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल 2025 की जीत का जश्न बेंगलुरु में एक दुखद भगदड़ में बदल गया। इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हुए। प्रशंसकों की बेकाबू भीड़ और अव्यवस्था के कारण यह हादसा हुआ। कर्नाटक सरकार ने पहले आरसीबी टीम को सम्मानित किया था, लेकिन बाद में परेड को रद्द करना पड़ा। जानें इस घटना के बारे में और क्या हुआ।
 

आरसीबी की विजय परेड में दुखद भगदड़

आरसीबी विजय परेड में भगदड़: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल 2025 की जीत का जश्न उस समय एक दुखद घटना में बदल गया, जब बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई। इस हादसे में कम से कम 10 लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। 


आरसीबी ने 18 साल के लंबे इंतजार के बाद पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीती। इस जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों प्रशंसक बुधवार शाम को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर इकट्ठा हुए। भीड़ इतनी अधिक थी कि कई लोग पेड़ों और बसों पर चढ़ गए, ताकि अपनी टीम को देख सकें। लेकिन यह उत्साह जल्द ही एक बड़े हादसे में बदल गया।


भगदड़ का कारण: अव्यवस्था और बेकाबू भीड़

जैसे ही टीम स्टेडियम की ओर बढ़ी, प्रशंसकों की भीड़ बेकाबू हो गई। स्टेडियम के कई प्रवेश द्वारों पर लोगों का दबाव इतना बढ़ गया कि भगदड़ मच गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।


कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि भीड़ इतनी अधिक थी कि प्रशासन को व्यवस्था करने का समय नहीं मिला। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए। घायलों को तुरंत बेंगलुरु के बावरिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया।


पुलिस की चेतावनी और प्रशंसकों की उत्तेजना

पुलिस ने कई बार प्रशंसकों से शांति बनाए रखने और अवैध तरीके से स्टेडियम में घुसने की कोशिश न करने की अपील की। इसके बावजूद भीड़ लगातार बेकाबू होती गई। प्रशंसकों की उत्तेजना और अव्यवस्था इस भगदड़ का मुख्य कारण बनी। पुलिस ने बताया कि हजारों लोग एक साथ स्टेडियम के गेट की ओर बढ़ रहे थे, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।


कर्नाटक सरकार ने किया था टीम का सम्मान

कर्नाटक सरकार ने आरसीबी टीम को सम्मानित किया: इससे पहले दिन में, कर्नाटक सरकार ने आरसीबी टीम को सम्मानित किया था। यह समारोह भव्य था, लेकिन उसके बाद होने वाली परेड को भारी भीड़ के कारण रद्द करना पड़ा। डीके शिवकुमार ने कहा, "मुझे अभी मौतों की जानकारी नहीं है। मैं सम्मान समारोह में व्यस्त था। भीड़ पूरे रास्ते बेकाबू थी। मैं कर्नाटक के लोगों से माफी मांगता हूं कि भीड़ की वजह से परेड रद्द करनी पड़ी।"