इंडिगो एयरलाइन ने विदेशी मुद्रा जोखिम कम करने के लिए 7294 करोड़ का निवेश किया
इंडिगो का नया कदम
नई दिल्ली। एयरलाइन इंडिगो ने विदेशी मुद्रा जोखिम को कम करने और अपनी स्वामित्व संरचना को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इस योजना के तहत, इंडिगो अब विमानों को लीज़ पर लेने के बजाय सीधे खरीदने का निर्णय लेगी, जिससे 2030 तक उसके बेड़े में स्वामित्व का प्रतिशत 30-40% तक बढ़ने की उम्मीद है। एयरलाइन ने बताया कि वह अब लीज़ पर निर्भर रहने के बजाय एक संतुलित स्वामित्व संरचना और विविध वित्तपोषण की दिशा में बढ़ रही है।
यह निर्णय डॉलर-मूल्यवर्गित लीज़ भुगतानों के कारण होने वाले विदेशी मुद्रा के उतार-चढ़ाव से बचाव करेगा, जिसने सितंबर में समाप्त तिमाही में 2,582 करोड़ रुपए के भारी घाटे में 161% की वृद्धि में योगदान दिया था। वर्तमान में, इंडिगो के पास लगभग 430 विमान हैं और वह प्रति सप्ताह एक नया विमान अपने बेड़े में जोड़ रही है। 2027 से A321 XLRs और A350s की डिलीवरी के साथ, इंडिगो 2030 तक अपने बेड़े को 600 से अधिक विमानों तक बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसके पास पहले से ही 1,070 विमानों (जिसमें 70 A350s शामिल हैं) का एक बड़ा ऑर्डर बुक है।