इंडिगो संकट: हवाई यातायात में भारी अव्यवस्था
हवाई अड्डों पर यात्रियों की भीड़
देश के सभी प्रमुख हवाई अड्डों पर भीड़ ही भीड़, यात्री हताश
इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में अचानक आए बदलाव ने हवाई यात्रा को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। हर प्रमुख हवाई अड्डे पर यात्रियों की भीड़ देखी जा रही है। लोग अपनी उड़ानों के लेट होने और रद्द होने के कारण निराश हैं, लेकिन इस स्थिति के बारे में किसी के पास स्पष्ट जानकारी नहीं है। इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ रहा है, जिन्हें न केवल अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि महंगी टैक्सी और अन्य परिवहन विकल्पों का भी सहारा लेना पड़ रहा है।
केंद्र की नाराजगी
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयरलाइंस के इस व्यवहार पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने सभी एयरलाइंस को निर्देश दिए हैं कि इस संकट के समय में किराए को नियंत्रित रखा जाए। यदि कोई एयरलाइन किराया बढ़ाती है, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। दिल्ली एयरपोर्ट पर हवाई किराए में वृद्धि के साथ-साथ यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
टर्मिनल-3 से बाहर निकलने या नजदीकी स्थानों पर जाने के लिए टैक्सी और कैब चालकों ने मनमाने दाम वसूलने शुरू कर दिए हैं। यात्रियों ने शिकायत की है कि टी-3 से टी-2 टर्मिनल तक जाने के लिए 800-1000 रुपये मांगे जा रहे हैं, जबकि सामान्य दिनों में यह किराया 200 से 300 रुपये होता है। द्वारका, गुरुग्राम या सेंट्रल दिल्ली जाने का किराया सामान्य दिनों में 400 से 700 रुपये होता है, लेकिन रात में यह 1500 से 2000 रुपये तक पहुंच गया है। दिल्ली पुलिस और एयरपोर्ट अथॉरिटी को इस संबंध में कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
इंडिगो का बेड़ा
इंडिगो एयरलाइन के पास 434 विमानों का बेड़ा है और उसने 920 से अधिक नए विमानों का ऑर्डर भी दिया है। यह एयरलाइन प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित करती है और 3.2 लाख से अधिक यात्रियों को हवाई यात्रा कराती है। इंडिगो 128 गंतव्यों के लिए अपनी सेवाएं प्रदान करती है। वित्त वर्ष 2025 के लिए एयरलाइन का राजस्व लगभग 80,803 करोड़ रुपये रहा। नवंबर 2024 से, इंडिगो ने हर महीने एक करोड़ से अधिक यात्रियों को हवाई यात्रा कराई है। वित्त वर्ष 2025 में कुल 11.9 करोड़ यात्रियों ने इंडिगो से यात्रा की, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12.5% अधिक है।