इजराइल-गाजा संघर्ष: बढ़ते हमलों के बीच मानवीय संकट गहरा
इजराइल का ताजा हमला
इजराइल-गाजा संघर्ष: हाल के दिनों में गाजा में हुए सबसे भीषण हवाई और जमीनी हमलों के बीच, इजराइल ने सोमवार को गाजा सिटी के पूर्वी क्षेत्रों जैसे सबरा, जैतून और शेजैया पर गोलाबारी और हवाई हमले किए। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उस बयान के कुछ घंटों बाद हुई, जिसमें उन्होंने गाजा में एक विस्तारित सैन्य अभियान को शीघ्र समाप्त करने की उम्मीद जताई थी।
स्थानीय निवासियों की स्थिति
स्थानीय लोगों के अनुसार, रातभर टैंकों और लड़ाकू विमानों ने घनी बस्ती वाले क्षेत्रों पर बमबारी की, जिससे सैकड़ों परिवार अपने घरों को छोड़कर पश्चिमी इलाकों की ओर भागने को मजबूर हो गए। हमास के अनुसार, लगभग 10 लाख लोग अब गाजा सिटी में शरण ले चुके हैं, जिनमें से कई पहले के अभियानों में उत्तरी क्षेत्रों से निकाले गए थे।
हमास के खिलाफ इजराइली कार्रवाई
हमास के लड़ाकों को निशाना बनाना
इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसने हमास के लड़ाकों को निशाना बनाया और गाजा सिटी के पूर्व में एक रॉकेट लॉन्च साइट को नष्ट कर दिया। हालांकि, अभी तक कोई जमीनी घुसपैठ नहीं हुई है, लेकिन नेतन्याहू के बयान से संकेत मिलता है कि व्यापक सैन्य कार्रवाई निकट भविष्य में हो सकती है। उन्होंने रविवार को कहा था कि उन्होंने इजराइल डिफेंस फोर्सेज (IDF) को युद्ध के नए चरण के लिए तैयारियों को तेज करने का आदेश दिया है, जो गाजा सिटी पर केंद्रित होगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि केंद्रीय गाजा अगला लक्ष्य हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय चिंता
हमले को लेकर बढ़ती चिंताएं
इस हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ रही है। जर्मनी ने गाजा में उपयोग होने वाले सैन्य उपकरणों के निर्यात पर रोक लगा दी है, जबकि ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों ने इजराइल से संयम बरतने की अपील की है।
पत्रकारों की हत्या
हमले में मारे गए छह पत्रकार
इसी बीच, अल शिफा अस्पताल परिसर में एक टेंट पर हुए इजराइली हवाई हमले में छह पत्रकार मारे गए, जिनमें अल जजीरा के प्रसिद्ध संवाददाता अनस अल शरीफ भी शामिल थे। इजराइल ने आरोप लगाया कि अल शरीफ हमास से जुड़े थे और रॉकेट हमलों में शामिल थे, लेकिन अल जजीरा और उनके परिवार ने इस आरोप को खारिज कर दिया। हमास ने इसे पत्रकारों की हत्या के जरिए बड़े अपराध की तैयारी बताया। हमास-नियंत्रित गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय का कहना है कि युद्ध शुरू होने के बाद से 238 पत्रकार मारे गए हैं, जबकि 'कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स' का आंकड़ा 186 है।
गाजा का विनाश
गाजा के अधिकांश हिस्से खंडहर में तब्दील
यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने इजराइल में घुसपैठ कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी और 251 बंधक बना लिए। इजराइल का कहना है कि अभी भी लगभग 50 बंधक गाजा में हैं, जिनमें से केवल 20 के जीवित रहने की संभावना है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइली सैन्य अभियान में अब तक 61,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। गाजा के अधिकांश हिस्से खंडहर बन चुके हैं और मानवीय संकट गहराता जा रहा है।