इजरायल-ईरान संघर्ष: अमेरिका के हमलों के बाद इजरायली सेना की नई रणनीति
इजरायल की सैन्य योजना
इजरायल-ईरान संघर्ष: इजरायली सेना ने रविवार को जानकारी दी कि उसके पास ईरान में और भी लक्ष्य हैं और वह अपने सैन्य अभियानों को जारी रखने की योजना बना रही है, भले ही अमेरिका ने ईरान के प्रमुख परमाणु स्थलों पर अचानक हवाई हमले किए हों। इजरायली सेना के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने एक टेलीविज़न प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमारे पास अन्य लक्ष्य हैं और हम उन्हें प्राप्त करने तक काम करते रहेंगे।”
ईरान के परमाणु स्थलों पर हमले का विश्लेषण
डेफ्रिन ने यह भी बताया कि इजरायल फोर्डो में ईरान की गहराई में स्थित परमाणु सुविधा पर अमेरिकी हमलों के प्रभावों का मूल्यांकन कर रहा है, जो रविवार के हमलों में से एक स्थल था। अन्य दो स्थान इस्फ़हान और नतांज़ थे।
ईरान का समृद्ध यूरेनियम
क्या ईरान का समृद्ध यूरेनियम नष्ट हुआ?
डेफ्रिन ने कहा, “यह कहना जल्दबाजी होगी कि ईरान का समृद्ध यूरेनियम नष्ट हुआ है या नहीं। हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। यह निर्धारित करना अभी जल्दी है, लेकिन हमें बाद में स्पष्टता मिलेगी।”
ट्रंप का बयान
ईरान पर हमले की जानकारी
पिछले हफ्ते, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि वह “दो सप्ताह के भीतर” तय करेंगे कि युद्ध में हस्तक्षेप करना है या नहीं। रविवार को ट्रंप ने पुष्टि की कि अमेरिकी सेना ने तीन परमाणु स्थलों पर हमले किए हैं और इसे एक सफल मिशन बताया। ईरान ने अमेरिका पर इजरायल की ओर से संघर्ष में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है, जिससे शांति प्रयासों को नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने अमेरिका को धोखा बताया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ईरान पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, ‘मैं ईरान पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं इस हमले में हुई मौतों पर ईरानी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। यह एक गैरजिम्मेदाराना और चिंताजनक हरकत है।’