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इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव: क्या रूस और चीन का समर्थन मिलेगा?

इजरायल ने ईरान पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं, जिससे युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इस हमले के बाद, ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल पर ड्रोन दागे हैं। क्या रूस और चीन ईरान का समर्थन करेंगे? जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 

इजरायल का ताबड़तोड़ हमला

13 जून की सुबह, इजरायल ने ईरान पर अचानक हमले किए। इस घटना के बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मीडिया के सामने आकर न केवल ट्रंप का आभार व्यक्त किया, बल्कि यह भी चेतावनी दी कि ईरान की ओर से जवाबी हमले की संभावना है। इस स्थिति को देखते हुए, इजरायल में आपातकाल की घोषणा की गई है। इस बीच, यह चर्चा भी तेज हो गई है कि क्या रूस और चीन एकजुट होंगे। हाल ही में, ईरान और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण डील की जानकारी सामने आई है।


वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने चीन से हजारों टन मिसाइल ईंधन का ऑर्डर दिया है, जिसमें अमोनियम परक्लोरेट शामिल है। इस डील के तहत, ईरान 800 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें बनाने की योजना बना रहा है।


ईरान पर इजरायल का हमला

इजरायल ने शुक्रवार को ईरान की राजधानी पर हमला किया, जिसका मुख्य लक्ष्य देश का परमाणु कार्यक्रम था। इस हमले के बाद, पश्चिम एशिया में दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इसे 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। इजरायल ने ईरान के प्रमुख परमाणु संवर्धन केंद्र को निशाना बनाया, जिससे काला धुआं उठता देखा गया। इस हमले में ईरान के अर्द्धसैनिक बल 'रिवोल्यूशनरी गार्ड' के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई।


क्या रूस, चीन और उत्तर कोरिया ईरान का समर्थन करेंगे?

अमेरिका के पास दुनिया भर में लगभग 80 एयरबेस हैं, और वह अपने दुश्मनों में अशांति फैलाने के लिए विद्रोहियों को सहायता प्रदान करता है। चीन ताइवान को, उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया को, और रूस यूक्रेन को घेरने के लिए सक्रिय है। अब, चीन और रूस के पास अमेरिका से प्रतिशोध लेने का एक सुनहरा अवसर है। अरब में एक नया न्यूक्लियर ट्राइएंगल अमेरिकी प्रभुत्व को चुनौती देने में सक्षम है और इजरायल की दादागिरी पर रोक लगाने की क्षमता रखता है।


इजरायल पर ड्रोन हमले

इजरायल की सेना ने बताया कि ईरान ने इजरायल पर ड्रोन हमले किए हैं। इजरायल के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने कहा कि पिछले कुछ घंटों में ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन इजरायल की ओर दागे हैं। सभी रक्षा प्रणालियां इन हमलों को रोकने के लिए सक्रिय हैं। डेफ्रिन ने यह भी बताया कि लगभग 200 इजराइली लड़ाकू विमानों ने अभियान में भाग लिया और लगभग 100 लक्ष्यों पर हमले किए गए हैं। इस बीच, जॉर्डन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने सभी उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की है, जो क्षेत्र में बढ़ते तनाव को देखते हुए किया गया है।