इजरायल और हमास के बीच शांति समझौते की दिशा में पहला कदम
शांति प्रस्ताव का पहला चरण
न्यूयॉर्क: इजरायल और हमास ने शांति समझौते की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा प्रस्तुत शांति योजना के पहले चरण पर दोनों पक्षों ने सहमति जताई है। इस चरण की शुरुआत हमास द्वारा बंधकों की रिहाई और इजरायली सैनिकों की क्रमिक वापसी से होगी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "मुझे गर्व है कि इजरायल और हमास ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका अर्थ है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा किया जाएगा और इजरायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा तक वापस बुला लेगा, जो स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। यह अरब और मुस्लिम देशों, इजरायल, आसपास के सभी देशों और अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। हम कतर, मिस्र और तुर्की का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक घटना को संभव बनाने में मदद की।"
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप की घोषणा का समर्थन किया। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "योजना के पहले चरण की स्वीकृति के साथ हमारे सभी बंधकों को स्वदेश लाया जाएगा। यह इजरायल के लिए एक कूटनीतिक और नैतिक विजय है।"
नेतन्याहू ने कहा, "हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक हमारे सभी बंधक वापस नहीं आ जाते। दृढ़ संकल्प और राष्ट्रपति ट्रंप के प्रयासों से, हम इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंचे हैं।" उन्होंने ट्रंप को इजरायल की सुरक्षा और बंधकों की आजादी के प्रति उनके समर्पण के लिए धन्यवाद दिया।
यह संघर्ष दो साल पहले 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले से शुरू हुआ था, जिसमें लगभग 1,250 इजरायली नागरिकों की जान गई थी और करीब 250 लोग बंधक बने थे। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमास को गाजा से लगभग समाप्त कर दिया है।