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इजरायल का ईरान पर बड़ा हवाई हमला: सैन्य ठिकानों और परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया

इजरायल ने ईरान पर एक सटीक हवाई हमला किया, जिसमें नतांज परमाणु केंद्र और कई सैन्य ठिकाने निशाना बने। इस हमले में IRGC के प्रमुख और दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की गई। ईरान ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इजरायल को जवाब देने की चेतावनी दी है। जानें इस हमले के पीछे की वजह और इसके संभावित परिणाम क्या हो सकते हैं।
 

इजरायल का हवाई हमला

शुक्रवार की सुबह, इजरायल ने ईरान पर एक महत्वपूर्ण और सटीक हवाई हमला किया, जिससे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इस हमले में इजरायल ने ईरान के परमाणु स्थलों, सैन्य ठिकानों, बैलिस्टिक मिसाइल भंडारों, वायु रक्षा प्रणालियों और प्रमुख सैन्य कमांडरों को लक्ष्य बनाया। इस कार्रवाई को 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' नाम दिया गया है, जिसने ईरान के सैन्य और परमाणु ढांचे को गंभीर नुकसान पहुँचाया है।


नतांज परमाणु केंद्र पर हमला

हमले का मुख्य लक्ष्य ईरान का नतांज परमाणु केंद्र था, जिसे ईरान के परमाणु कार्यक्रम का 'दिल' माना जाता है। नतांज में हजारों उन्नत सेंट्रीफ्यूज मशीनें हैं, जो यूरेनियम संवर्धन के लिए उपयोग होती हैं। इजराइली मीडिया के अनुसार, इजराइली वायुसेना ने नतांज पर कई बार हमले किए, जिससे वहां भारी तबाही मची। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने पुष्टि की कि नतांज इस हमले का प्रमुख लक्ष्य था और एजेंसी वहां विकिरण स्तरों की निगरानी कर रही है। ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, लेकिन इजरायल और IAEA ने इन दावों पर संदेह जताया है।


IRGC कमांडर और वैज्ञानिकों की हत्या

ईरानी समाचार एजेंसियों के अनुसार, इस हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कमांडर-इन-चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई। सलामी, जो 2019 से IRGC के प्रमुख थे, ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल रणनीति के प्रमुख थे। इसके अलावा, दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों मोहम्मद मेहदी तेहरानची और फेरेयदून अब्बासी की भी हत्या की गई। न्यूयॉर्क टाइम्स ने चार अज्ञात ईरानी अधिकारियों के हवाले से बताया कि इजराइल ने तेहरान के आसपास कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।


सैन्य ठिकानों और मिसाइल भंडारों पर हमला

इजराइली सेना ने ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल भंडारों और वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने का दावा किया है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमने ईरान के परमाणु संवर्धन कार्यक्रम और सैन्य क्षमताओं को निशाना बनाया है। यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक खतरा समाप्त नहीं हो जाता। नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि ईरान के पास कुछ ही दिनों में 15 परमाणु बम बनाने की सामग्री है, जो इजरायल के लिए 'अस्तित्व का खतरा' है।


ईरान की प्रतिक्रिया और इजरायल में आपातकाल

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामनेई ने हमले की निंदा की और इजरायल को कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी। IRGC ने कहा कि इजरायल का यह अपराध बिना जवाब नहीं रहेगा। ईरानी वायु रक्षा प्रणालियां सक्रिय हो गईं, और तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानें निलंबित कर दी गईं। दूसरी ओर, इजरायल ने देशभर में आपातकाल घोषित किया है। रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने इसे 'पूर्वनियोजित हमला' करार दिया और नागरिकों से सुरक्षा निर्देशों का पालन करने को कहा।