इजरायल का नया लेजर डिफेंस सिस्टम: ड्रोन को नष्ट करने में क्रांति
इजरायल का लेजर डिफेंस सिस्टम
लेजर डिफेंस सिस्टम: इजरायल अपने एयर डिफेंस के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसके उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम ने कई बार अपनी क्षमता साबित की है, खासकर ईरान के साथ चल रहे सैन्य संघर्ष में। अब, इजरायली सेना ने दुश्मन के ड्रोन को नष्ट करने के लिए नवीनतम लेजर हथियारों का उपयोग शुरू किया है, जिससे वह इस तकनीक का उपयोग करने वाला पहला देश बन गया है।
महंगे मिसाइलों की जगह लेजर
पहले ड्रोन को नष्ट करने के लिए महंगे मिसाइल इंटरसेप्टर का सहारा लिया जाता था। उदाहरण के लिए, अमेरिका ने हूथी ड्रोन को खत्म करने के लिए एक अरब डॉलर से अधिक खर्च किए थे।
ड्रोन नष्ट करने की लागत
ड्रोन को मार गिराने में खर्च होते हैं लाखों रुपए
दुश्मन के आत्मघाती ड्रोन को नष्ट करने के लिए कोई प्रभावी प्रणाली अभी तक विकसित नहीं की गई है। ड्रोन को नष्ट करने के लिए गोला-बारूद का उपयोग किया जाता है, और यदि निशाना चूक जाता है, तो लाखों रुपये की लागत आती है।
इजरायली वायुसेना ने एक उच्च-शक्ति वाले लेजर सिस्टम प्रोटोटाइप को तैनात किया है, जिसने दुश्मन के खतरों को सफलतापूर्वक नष्ट किया। यह भविष्य के युद्ध के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां लेजर हथियारों के माध्यम से मिसाइलों और ड्रोन के बढ़ते खतरों का सामना किया जा सकता है।
लेजर तकनीक का महत्व
इजरायल के लेजर का दम
इजरायली अधिकारियों का मानना है कि महंगे मिसाइलों के बजाय, सस्ते दुश्मन लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए लेजर अधिक प्रभावी हैं। दुनिया भर की सेनाएँ ड्रोन और मिसाइलों के खिलाफ अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए लेजर तकनीक पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। ये सिस्टम इजरायली रक्षा कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम द्वारा विकसित किए गए हैं।
ये निर्देशित ऊर्जा हथियार हैं जो लक्ष्य पर तीव्र प्रकाश की किरण को केंद्रित करते हैं और इसे नष्ट करने के लिए गर्मी का उपयोग करते हैं। लेजर हथियारों की सटीकता और शक्ति आवश्यक होती है। मध्य पूर्व में, कई देश इस तकनीक को अपनाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
अन्य देशों की पहल
इजरायल के अलावा, सऊदी अरब चीनी प्रणालियों का उपयोग कर लेजर वायु रक्षा क्षमताओं को विकसित कर रहा है, जबकि संयुक्त अरब अमीरात अपनी खुद की प्रणाली पर काम कर रहा है।