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इजरायल का भारत के प्रति समर्थन, अमेरिका के टैरिफ के बावजूद मजबूत रिश्ते

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के खिलाफ टैरिफ बढ़ाने के ऐलान के बावजूद, इजरायल ने भारत का समर्थन किया है। नेतन्याहू ने भारत को एक मजबूत साझेदार बताया और अमेरिका के साथ मतभेदों के जल्द समाधान की उम्मीद जताई। इस बीच, अन्य देश भी भारत के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए आगे आ रहे हैं। जानें इस स्थिति का क्या असर हो सकता है और भारत के लिए यह समर्थन कितना महत्वपूर्ण है।
 

अमेरिका के टैरिफ के बीच इजरायल का समर्थन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के खिलाफ टैरिफ बढ़ाने का बड़ा ऐलान किया है, लेकिन इस बीच कई देश भारत के साथ व्यापार बढ़ाने के लिए आगे आ रहे हैं। ट्रंप का मानना था कि 50 प्रतिशत टैरिफ लगाकर वह भारत को दबाव में लाएंगे, लेकिन इसके विपरीत, कई देश भारत के पक्ष में खड़े हो गए हैं। खासकर, इजरायल, जो अमेरिका का करीबी मित्र है, ने भारत का खुलकर समर्थन किया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि अमेरिका में भी यह समझ है कि भारत एशिया में एक मजबूत साझेदार है।


नेतन्याहू का भारत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण

नेतन्याहू ने उम्मीद जताई कि अमेरिका और भारत के बीच जल्द ही मतभेद समाप्त होंगे। उन्होंने भारत के राजदूत जेपी सिंह से मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा हुई। नेतन्याहू ने कहा कि भारत और अमेरिका की दोस्ती इतनी गहरी है कि किसी भी समस्या का समाधान आसानी से किया जा सकता है।


इजरायल और भारत के रक्षा संबंध

नेतन्याहू ने भारत के साथ इजरायल के मजबूत रक्षा संबंधों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इजरायली हथियारों का उपयोग किया गया था, जो उनकी क्षमता को साबित करता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत उनका सबसे मजबूत साझेदार है, जो ट्रंप के टैरिफ का एक स्पष्ट जवाब है।


अन्य देशों का भारत के प्रति रुख

चीनी राष्ट्रपति भी भारत के साथ व्यापार बढ़ाने की इच्छा रखते हैं। चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने ट्रंप पर तीखा प्रहार करते हुए उन्हें धमकाने वाला बताया। इसके अलावा, रूस के राष्ट्रपति इस महीने भारत आने वाले हैं, और ब्राजील के राष्ट्रपति ने भी भारत के साथ अपनी अर्थव्यवस्था को तीन गुना बढ़ाने का वादा किया है।