इजरायल ने यूएन महासचिव के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी
इजरायल का यूएन महासचिव पर आरोप
तेल अवीव - इजरायल के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के हालिया बयानों की तीखी आलोचना की है। गुटेरेस ने इजरायल को गाजा में मानवीय सहायता के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए युद्धविराम की मांग की थी। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) नागरिकों को निशाना नहीं बनाते हैं।
गुटेरेस ने कहा था कि गाजा में स्थिति अत्यंत गंभीर है, जहां लोग केवल अपने और अपने परिवार के लिए भोजन जुटाने की कोशिश में मारे जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी के लिए भोजन की तलाश करना मौत की सजा नहीं होनी चाहिए। यूएन महासचिव ने गाजा मानवीय सहायता संगठन (जीएचएफ) पर हमलों का उल्लेख करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हो रहा है और इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र की विफलताओं और हमास की गतिविधियों के लिए इजरायल को दोषी ठहराना एक जानबूझकर की गई रणनीति है। जीएचएफ ने फिलिस्तीनी नागरिकों को 46 मिलियन से अधिक भोजन उपलब्ध कराया है, न कि हमास को। फिर भी, संयुक्त राष्ट्र इस प्रयास का विरोध करने में जुटा है।
इजरायल ने आरोप लगाया कि यूएन हमास का समर्थन कर रहा है, जबकि हमास जीएचएफ के राहत कार्यों में बाधा डालता है। मंत्रालय ने कहा, “आईडीएफ कभी भी आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाती। जो ऐसा कहता है, वह झूठ बोल रहा है। यह हमास है जो जानबूझकर जीएचएफ के सहायता कर्मियों को निशाना बना रहा है।” मंत्रालय ने यह भी पूछा कि क्या यूएन अपनी व्यवस्था बनाए रखना चाहता है, जो हमास को लाभ देती है, या फिर गाजा के लोगों तक वास्तविक मदद पहुंचाना चाहता है।
इसके अलावा, इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि सेना को निर्दोष लोगों को नुकसान न पहुंचाने के स्पष्ट आदेश दिए गए हैं। उन्होंने एक रिपोर्ट को गलत बताया जिसमें कहा गया था कि आईडीएफ के सैनिकों को बिना हथियार वाले गाजा नागरिकों पर जानबूझकर गोली चलाने का आदेश दिया गया है।