इज़राइल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पर कब्ज़ा करने की योजना को दी मंजूरी
इज़राइल की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा शहर पर कब्ज़ा करने की योजना को मंजूरी दी है, जिससे हमास के साथ चल रहे संघर्ष में एक नई तीव्रता आ सकती है। इस निर्णय के तहत नेतन्याहू ने युद्ध समाप्त करने के लिए पांच सिद्धांतों को भी स्वीकृति दी है। हालांकि, इस कदम का इज़राइल के भीतर विरोध भी हो रहा है, खासकर उन परिवारों से जिनके प्रियजन हमास द्वारा बंधक बनाए गए हैं। कैबिनेट की मंजूरी की प्रक्रिया रविवार को होने वाली बैठक में आगे बढ़ेगी।
Aug 8, 2025, 12:49 IST
गाजा पर नियंत्रण की योजना
इज़राइल की सुरक्षा कैबिनेट ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा प्रस्तावित गाजा शहर पर कब्ज़ा करने की योजना को स्वीकृति दे दी है। यह निर्णय हमास के साथ चल रहे संघर्ष में एक नई तीव्रता लाने वाला है, जिसमें पहले ही हजारों फ़िलिस्तीनी जान गंवा चुके हैं और गाजा का एक बड़ा हिस्सा तबाह हो चुका है। नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) युद्ध क्षेत्रों के बाहर नागरिकों को मानवीय सहायता प्रदान करते हुए गाजा पर नियंत्रण की तैयारी करेगा।
नेतन्याहू के सिद्धांत
सुरक्षा कैबिनेट ने युद्ध समाप्त करने के लिए नेतन्याहू के पांच सिद्धांतों को भी मंजूरी दी है। इनमें हमास का निरस्त्रीकरण, सभी बंधकों की वापसी, विसैन्यीकरण, गाजा पट्टी पर इजरायल का नियंत्रण और एक वैकल्पिक नागरिक सरकार का गठन शामिल है। नेतन्याहू ने एक पूर्व साक्षात्कार में इस तरह के संकेत दिए थे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इज़राइल इस क्षेत्र को अरब सेनाओं को सौंपने की इच्छा रखता है। इज़राइली प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य हमास के आतंक से खुद को और गाजा के लोगों को मुक्त कराना है।
कैबिनेट की मंजूरी की प्रक्रिया
सुरक्षा कैबिनेट के निर्णय को अब पूरे कैबिनेट से मंजूरी लेनी होगी, जिसकी बैठक रविवार को होने की संभावना है। हालांकि, इस कदम का इज़राइल के भीतर भी विरोध हो रहा है। 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों ने चेतावनी दी है कि इस तरह के कदम से उनके प्रियजनों की जान को खतरा हो सकता है। इसके अलावा, इज़राइली सेना ने भी कहा है कि इस तरह के हमले से सेना पर और दबाव बढ़ेगा। युद्ध के प्रारंभिक चरण में हजारों फ़िलिस्तीनी गाज़ा से भाग गए थे, लेकिन इस साल की शुरुआत में एक संक्षिप्त युद्धविराम समझौते के बाद कई लोग वापस लौट आए।