इज़राइल में नेतन्याहू और सेना प्रमुख के बीच बढ़ता विवाद
नेतन्याहू और आईडीएफ प्रमुख के बीच विवाद
नेतन्याहू और आईडीएफ प्रमुख के बीच विवाद: इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में इज़राइल को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। यूरोप के देशों जैसे फ्रांस और ब्रिटेन ने पहले ही नेतन्याहू से युद्ध को तुरंत समाप्त करने की अपील की है। इस बीच, इज़राइली प्रधानमंत्री अपने ही देश में घिरते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, युद्ध के मुद्दे पर नेतन्याहू और इज़राइली सेना (आईडीएफ) के प्रमुख इयाल ज़मीर के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है।
युद्ध की योजना पर मतभेद
सूत्रों के अनुसार, नेतन्याहू की सरकार गाजा पट्टी पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित करने की योजना बना रही है, जबकि सेना प्रमुख इयाल ज़मीर इसे खतरनाक मानते हैं।
नेतन्याहू की रणनीति पर सवाल
दोनों के बीच तीखी बहस की खबरें आ रही हैं, जो देश के सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के बीच गंभीर मतभेदों को उजागर करती हैं। इससे मौजूदा युद्ध के भविष्य पर कई सवाल उठने लगे हैं।
बंधकों की सुरक्षा पर चिंता
बंधकों की जान जोखिम में डाल रहे नेतन्याहू!
आईडीएफ प्रमुख का कहना है कि गाजा पर कब्जा करने से सेना थक जाएगी और बंधकों की जान खतरे में पड़ जाएगी। उनका सुझाव है कि गाजा शहर और अन्य क्षेत्रों की घेराबंदी करके धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहिए, बजाय इसके कि पूरी पट्टी पर एक साथ कब्जा किया जाए।
सैन्य तख्तापलट का आरोप
IDF चीफ पर लगा सैन्य तख्तापलट का आरोप
नेतन्याहू के बेटे याइर ने सोशल मीडिया पर आईडीएफ प्रमुख पर सैन्य तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर एक बैठक में ज़मीर ने प्रधानमंत्री से नाराज़गी जताते हुए कहा, 'आप बीच जंग में मुझ पर हमला क्यों कर रहे हैं?' नेतन्याहू ने जवाब दिया, 'मीडिया में इस्तीफे की धमकी मत दीजिए।'
गाजा में बंधकों की स्थिति
गाजा में बंधकों की स्थिति
रिपोर्टों के अनुसार, गाजा युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इज़राइल पर हमले के साथ शुरू हुआ, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए। अब तक हमास ने 105 नागरिकों को रिहा किया है। आईडीएफ ने 8 बंधकों को बचाया है और 49 शव बरामद किए हैं, जिनमें से तीन इज़राइली सेना द्वारा गलती से मारे गए थे।