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इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का भारत पर बयान: टैरिफ मुद्दे का समाधान आवश्यक

इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ के संदर्भ में कहा कि दोनों देशों को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए एक साझा आधार खोजना चाहिए। नेतन्याहू ने भारत आने की इच्छा भी व्यक्त की और कहा कि भारत-इज़राइल सहयोग की अपार संभावनाएँ हैं। उनके अनुसार, दोनों देशों के बीच संबंधों की नींव मजबूत है और यह आवश्यक है कि वे टैरिफ मुद्दे को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाएँ।
 

नेतन्याहू का टैरिफ पर बयान

बेंजामिन नेतन्याहू का बयान: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इस पर इज़राइली प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। नेतन्याहू ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों की नींव मजबूत है और दोनों देशों को इस टैरिफ मुद्दे को सुलझाने के लिए एक साझा आधार खोजना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इज़राइल द्वारा भारत को दिए गए सैन्य उपकरणों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग में वृद्धि हो रही है।


भारत के प्रति नेतन्याहू की इच्छा

भारत यात्रा की इच्छा

इज़राइली प्रधानमंत्री ने भारतीय पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह जल्द ही भारत आने की इच्छा रखते हैं। ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव के बीच, नेतन्याहू ने कहा कि दोनों पक्षों को इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए।


सलाह देने की बात

मोदी को सलाह देने की इच्छा

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्रंप से निपटने के लिए कोई सलाह देंगे, तो नेतन्याहू ने मजाक में कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से ऐसा करेंगे। उन्होंने कहा, "मोदी और ट्रंप मेरे अच्छे दोस्त हैं। हाँ, मैं मोदी को कुछ सलाह दूँगा, लेकिन निजी तौर पर।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में एक बुनियादी समझ है और यह आवश्यक है कि दोनों देश टैरिफ मुद्दे को सुलझाने के लिए सहमति पर पहुँचें।


भारत-इज़राइल सहयोग की संभावनाएँ

भारत आने की इच्छा

नेतन्याहू ने कहा कि भारत-इज़राइल सहयोग को और गहरा करने की अपार संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा, "मैं भारत आना चाहूँगा। मुझे भारत की याद आती है।" ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की मदद के सवाल पर उन्होंने कहा कि युद्ध से पहले उनके देश द्वारा भारतीय सेना को दिए गए उपकरणों ने अच्छा प्रदर्शन किया था।