ईरान-इज़राइल संघर्ष: मुरादाबाद की फाइजा की प्रधानमंत्री मोदी से भावुक अपील
ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध का असर
ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे संघर्ष ने न केवल वहां की ज़मीन को प्रभावित किया है, बल्कि विदेशों में रहने वाले परिवारों के दिलों को भी झकझोर दिया है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रहने वाली फाइजा, जो ईरानी मूल की हैं, ने अपने देश में रह रहे परिवार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। बमबारी और तबाही के बीच, ईरान में उनके परिजनों से संपर्क टूट गया है, जिससे फाइजा बेहद भावुक और चिंतित हैं।
फाइजा की प्रधानमंत्री मोदी से अपील
फाइजा ने प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन किया है कि वे इस युद्ध को समाप्त करने के लिए आगे आएं और दोनों देशों के नेताओं के बीच संवाद स्थापित कर शांति बहाल करने में मदद करें। उनका मानना है कि अगर मोदी जैसे प्रभावशाली नेता मध्यस्थता करें, तो हजारों जानें बचाई जा सकती हैं। फाइजा का दर्द केवल एक बेटी का नहीं, बल्कि युद्ध के कारण टूटते मानवीय रिश्तों का प्रतीक बन गया है।
भारत में फाइजा का नया जीवन
फाइजा लगभग एक साल पहले मुरादाबाद के दिवाकर नामक युवक से विवाह कर भारत आई थीं। दिवाकर एक यूट्यूबर हैं और मुरादाबाद में अपना कैफे चलाते हैं। शादी के बाद से फाइजा भारत में रह रही हैं और उन्होंने इसे अपना घर मान लिया है। लेकिन उनके माता-पिता, भाई-बहन और पूरा परिवार अभी भी ईरान के हम्दान क्षेत्र में रहते हैं, जहां युद्ध का माहौल गहराता जा रहा है।
जान का डर और चिंता
फाइजा बताती हैं, 'हम्दान में स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। वहां आम नागरिक बम धमाकों और गोलीबारी का शिकार हो रहे हैं। कई दिनों से मैं अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पाई हूं। मैं उनकी आवाज सुनने को तरस गई हूं। मुझे नहीं पता कि वे सुरक्षित हैं या नहीं।' उन्होंने कहा, 'युद्ध केवल शरीर को नहीं, बल्कि मन को भी तोड़ देता है।' उनका कहना है कि ईरान में आम लोगों के लिए हर पल डर के साए में जीना एक यातना बन गया है।
प्रधानमंत्री से भावुक गुहार
फाइजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भावुक होकर कहा, 'आप दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। अगर आप चाहें, तो युद्ध रुक सकता है। मेरे जैसे कई लोग अपने परिवार की सलामती की दुआ कर रहे हैं। कृपया इस जंग को रोकने के लिए कोई मजबूत पहल करें।' उन्होंने भारत सरकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वार्ता का प्रयास करने की अपील की ताकि निर्दोष लोग इस संघर्ष की बलि न चढ़ें।
सोशल मीडिया पर फाइजा की अपील
फाइजा के इस बयान ने न केवल भारत में, बल्कि सोशल मीडिया पर भी गहरी संवेदना जगाई है। लोग फाइजा के साहस और उम्मीद की सराहना कर रहे हैं और प्रधानमंत्री से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।