ईरान की कड़ी चेतावनी: क्या मध्य पूर्व में बढ़ेगा तनाव?
मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव की नई परत
मध्य पूर्व में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। हाल ही में, ईरान ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को एक स्पष्ट और सख्त चेतावनी दी है। यह चेतावनी इजरायल को मिलने वाले समर्थन के खिलाफ जारी की गई है। ईरान ने कहा है कि यदि इन देशों ने इजरायल की सैन्य सहायता की, तो वह उनके सैन्य ठिकानों और नौसैनिक जहाजों को सीधे निशाना बनाएगा.
वैश्विक चिंता का कारण बनी ईरान की चेतावनी
ईरान की इस चेतावनी ने न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान मध्य पूर्व की पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति को और भी अधिक विस्फोटक बना सकता है। अमेरिका और उसके सहयोगियों की मौन स्थिति किसी बड़े निर्णय की तैयारी का संकेत दे सकती है.
ब्रिटेन की चुप्पी और इजरायल की स्थिति
ब्रिटेन ने इस चेतावनी पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल ने फिलहाल ब्रिटेन से किसी प्रकार की सैन्य सहायता की मांग नहीं की है। हालांकि, अतीत में ब्रिटेन ने साइप्रस से टाइफून जेट भेजकर ईरान के ड्रोन हमलों का जवाब दिया था.
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता टकराव
इस बीच, इजरायल और ईरान के बीच टकराव और तेज हो गया है। हाल ही में, इजरायल ने ईरान के कुछ महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमले किए थे। इसके जवाब में, ईरान ने इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिसमें दो लोगों की मौत की खबर है। इजरायली रक्षा बल (IDF) ने कहा है कि वे ईरान पर जवाबी कार्रवाई जारी रखेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि यदि उसने अपने परमाणु कार्यक्रम पर समझौता नहीं किया, तो इजरायल और भी कठोर हमले कर सकता है। ईरान-इजरायल के बीच बढ़ता तनाव पूरे क्षेत्र के लिए खतरनाक मोड़ ले सकता है.