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ईरान के परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हमले से बढ़ा तनाव

हाल ही में अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु केंद्रों पर किए गए हमले ने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है। ईरान ने दावा किया है कि हमले से पहले इन स्थलों को खाली कर दिया गया था। इसके बाद ईरानी अधिकारियों ने अमेरिकी नागरिकों को 'वैध लक्ष्य' बताते हुए गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है। जानें इस संघर्ष का क्या असर हो सकता है और ईरान की प्रतिक्रिया क्या है।
 

अमेरिका का हमला और ईरान की प्रतिक्रिया

अमेरिका ने हाल ही में ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर हमला किया, जिससे मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया है। इस हमले में ये तीनों केंद्र पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। ईरान के सरकारी टीवी ने यह दावा किया है कि हमले से पहले इन स्थलों को खाली कर दिया गया था। इसके साथ ही, टीवी के प्रस्तुतकर्ताओं ने हर अमेरिकी नागरिक को 'निशाने' पर होने की चेतावनी दी है।


ईरानी अधिकारियों की पुष्टि

ईरानी अधिकारियों ने सरकारी टीवी पर इस्फ़हान, नतांज़ और फ़ोर्डो परमाणु केंद्रों पर हमलों की पुष्टि की है। सरकारी एजेंसी IRNA के अनुसार, इस्फ़हान के गवर्नर के सहयोगी अकबर सालेही ने बताया कि कई निवासियों ने इन केंद्रों के पास विस्फोटों की आवाजें सुनीं। ईरान के सरकारी टीवी ने यह भी कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ने हमले से पहले इन स्थलों को खाली कर दिया था।


अमेरिकी हमलों के बाद ईरान का आक्रामक रुख

अमेरिकी हमलों के बाद, ईरानी सरकारी टीवी के प्रस्तुतकर्ताओं ने गंभीर परिणामों की चेतावनी दी है। IRNA के एक प्रस्तोता ने कहा कि क्षेत्र में मौजूद हर अमेरिकी नागरिक और सैन्यकर्मी अब "वैध लक्ष्य" बन गए हैं। एक वायरल वीडियो में, ईरानी सरकारी टेलीविजन ने अमेरिकी ठिकानों का एक ग्राफिक दिखाते हुए दावा किया कि ये सभी ठिकाने "ईरान की आग की सीमा के भीतर" हैं।


युद्ध की चेतावनी

ईरान इंटरनेशनल के अनुसार, एक अन्य ईरानी प्रस्तोता ने कहा, 'युद्ध अभी शुरू हुआ है, मिस्टर ट्रम्प! अब आप शांति की बात करते हैं? हम आपके साथ इस तरह से पेश आएंगे कि आप लापरवाही के परिणामों को समझ सकें।'


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया